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श्रद्धा के कुछ फूल ११६ ३६ यशोगान -~-मुनिश्री कीर्तिचन्द जी
-श्री राजेन्द्र मुनि श्रद्धा के सुमन १२० ३७ वन्दनाजलि-पचक -मगन मुनि 'रसिक'
-श्री सुरेशमुनि 'प्रियदर्शी ___ पाच-सुमन १२० ३८ मेरी वदना स्वीकार हो । १२६ -~-वसन्तकुमार वाफना
__ --विजय मुनि 'विशारद' गुरुगुण-पुष्प १२१ ३९ ३६ गुरु-गुण माला
१२७ ---श्री अभयमुनि जी
___ - -नरेन्द्र मुनि 'विशारद' गुरु-भक्ति गीत १२१
१२८ -~-महासती प्रभावती जी
___ ~श्री काति मुनि -~-महासती सुशीलाकवर जी
४१ महिमा अपार है प्रताप-गुण इक्कीसी १२२
-मुनि श्री मन्नालालजी __-मुनि रमेश ४२ गुरु-महिमा वंदना हो स्वीकार । १२३
-श्री प्रकाश मुनि -~-रग मुनिजी ४३ श्रद्धा से नत है गुरु-गुण गरिमा १२३
-श्रीचन्द सुराना 'सरस' -अभय मुनिजी
वदनशत-शतवार १२४ --महासती विजयकुंवर जी
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तृतीय खण्ड:
प्रवचन-पंखुड़ियाँ
पृष्ठ १३१ से १९६
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जीने की कला १३१ ६ मृत्यु जय कसे वर्ने ?
सहयोग धर्म १३८ ७ समदर्शन-माहात्म्य सयममय जीवन १४३ ८ वैराग्य विशुद्धता की जननी
सच्चे मित्र की परख १४८ ६ पचनिधि माहात्म्य भगवान महावीर के चार सिद्धान्त १५३ १० कर्म-प्रधान विश्वकरि राखा
११ आचार और विचार-पक्ष १८८
१५८ १६४ १६६ १७५ १८१
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