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भूले पथिक को राह ८४ १६ विरोधी को प्रिय बोध विरोध भी विनोद ८५ १७ भविष्यवाणी सिद्ध हुई
भ्राति-निवारण ८६ १८ आक्षेप-निवारण
समय सूचकता ८८ १६ आग मे बाग जादू भरा उपदेश ५६ २० विरोधी आप की तारीफ क्यो करते हैं ? ९३
अभिनन्दन : शुभकामनाए
अभिनन्दन पत्र १ ९५ १४ प्रताप की प्रतिभा -वकानी श्री सघ
-श्री लाभचन्द जी म० अभिनन्दन पत्र २ ६६ १५ मेरे आराध्य देव -ओसवाल जैन मित्र मडल, कानपुर,
.. श्री वसतीलाल जी म० आशीप-वचन ६६ १६ विनम्र पुष्पाजलि -गुरुदेव श्री कस्तूरचन्द जी म०
~मुनि हस्तीमल जी म० मेरी शुभ कामना ६८ १७ प्रतापी-व्यक्तित्व -स्थविर मुनि रामनिवास जी म०
-मुनि प्रदीप कुमार जी अभिनन्दनीय यह क्षण ६८ १८ गौरव-गाथा -प्रवर्तक मुनिश्री हीरालाल जी
-श्री वीरेन्द्रमुनि जी सरल और सुलझे हुए संत ६६ १६ ऐक्यना के प्रतीक -प्रवर्तक श्री अम्बालाल जी म०
-निर्मल कुमार लोढा मेरी मगल कामनाए ६ २० हार्दिक अभिनन्दन - बहुश्रुत श्री मधुकर मुनि
मदन मुनि हादिक मगल कामना ६६ २१ एक अपराजेय व्यक्तित्व -उपप्रवर्तक श्री मोहनमुनि जी म०
-श्री मूलचन्द जी म० श्रद्धेय श्री प्रतापमल जी म. १०० २२ सार्वभौमिक सत -भगवती मुनि 'निर्मल'
-श्री अजीत मुनि 'निर्मल' प्रतिभामम्पन व्यक्तित्व १०१ २३ प्रताप-गुणाष्टक - मुनि श्री रमेश
-श्री उदयचन्द जी म. ___अभिनन्दन पत्र १०५ । २४ श्री प्रताप-प्रतिभा -श्री चैन सघ, सैथिया
- मरधरकेसरी प्रवर्तक मिश्रीमलजी म० आदरणीय गुरु प्रवर १०७ २५ प्रताप के प्रति -~-महानती विजयाकुमारी
-कविरत्न श्री चन्दनमुनि __ सत-जोवन १०८ २६ अभिनन्दन पचकम् माध्वी कमलावती
-गुनि श्री महेन्द्रकुमार 'कमल'