________________
हिन्दी अनुवाद
१. पा. १
अक्ष्यर्थकुलाद्या वा ॥ ५१ ॥
(इस सूत्र में १.१.४९ से) नरि पद (अध्याहृत) है । अक्षि ( और अक्षिके ) पर्यायवाचक शब्द, तथा कुल, इत्यादि शब्द पुल्लिंग में विकल्पसे प्रयुक्त करें । उदा. -अक्षि और उस अर्थके शब्द- एस अच्छी । णभ्चाविआई तेणम्ह अच्छी, नर्तिते तेनास्माकमक्षिणी । ( अक्षि शब्द ) अंजल्यादिगणमें कहा गया है, इसलिए वह स्त्रीलिंग में भी प्रयुक्त किया जाता है । उदा. - एसा अच्छी । चक्खू चक्खई । नअणा नअणाई । लोअणा लोअणाई । कुलादि शब्द - कुलो कुलं । वअणो वअणं । माहप्पो माहप्पं । दुक्खो दुक्खं । भाअणो भाअणं । विजुला विष्जुलाई | छंदो छंदं । कुलादि ( गण में आगे कहे गये शब्द होते हैं ) कुल, वचन, माहात्म्य, दुःख, भाजन, विद्युत्, छंदस्, इत्यादि । नेत्ता नेत्ताई, कमला कमलाई, इत्यादि (रूप) संस्कृत जैसे1 ही हैं ॥ ५१ ॥
Jain Education International
V
क्लीबे गुणगाः ॥ ५२ ॥
I
(इस सूत्र में १.१.५१ से) वा शब्दकी अनुवृत्ति है । गुण, इत्यादि शब्द नपुंसकलिंग में विकल्पसे प्रयुक्त करें। उदा.- गुणाई गुणा । देवा देवा | मंडलगं मंडलग्गो । खग्गं खग्गो | बिंदूई बिंदुणो । कररुहं कररुहो । रुवखाई स्वखा । गुणादि (गण में आगे कहे गए शब्द आते - गुण, देव, मण्डलाग्र, खड्ग, बिंदु, कररुह, वृक्ष, इत्यादि ॥ ५२ ॥ स्त्रियामिमाञ्जलिगाः ॥ ५३ ॥
इमा से अन्त होनेवाले शब्द और अंजलि, इत्यादि शब्द स्त्रीलिंगमें विकल्प से प्रयुक्त करें । उदा . - एसा गरिमा एस गरिमो । एसा महिमा एस महिमो । एसा जिल्लज्जिमा एस णिल्लज्जिमो । एसा घुत्तिमा एस धुत्तिमो । अंजलि, इत्यादि शब्द - एसा अंजली एस अंजली | बलीए बलिणा । णिहीए णिहिणा । रस्सीए रस्सिणा । पण्हा पण्हो | अच्छीए त्रि. प्रा. ष्या.... १
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org