________________ 240 विक्रम चरित्र आधा राज्य देने की घोषणा ____ इसके बाद राजा की आज्ञा से मंत्रियों ने नगर में सब जगह स्पष्ट रूप से पटह बजवाते हुए घोषणा करवाई कि 'जो कोई चोर को पकड़ने के लिये पटह का स्पर्श करेगा तथा चोर को पकड़ेगा, उसको राजा अपना आधा राज्य देकर अत्यन्त सम्मानित करेंगे / ' जब पटह बजता हुआ वेश्याओं के मुहल्ले में आया तो देवकुमार ने वेश्या से पूछा कि यह क्या है ? क्या घोषणा हो रही है ? तब वेश्या ने उसे पटह के बजने तथा घोषणा की बात कही। यह सुन कर चोर ने उस से कहा कि 'तुम तुरन्त जाकर पटह का स्पर्श करो, इससे तुम्हारे घर में आधे राज्य की लक्ष्मी आयेगी।' चोर की यह बात सुन कर वेश्या ने कहा कि 'राजाओं का व्यवहार बहुत दुर्निबार होता है / यदि वह अपनी घोषणा वापस ले ले और मुझ पर दोषारोपण करे तो बहुत दिनों से उपार्जित मेरा अपना भी सब धन हरण कर लेगा। क्यों कि: काक में पवित्रता, द्यूतकार में सत्य, सर्प में क्षमा, स्त्रियों में काम की शान्ति, नपुंसक में धैर्य, मद्य पीने वालों में तत्त्वज्ञान का विचार, तथा राजा मित्र, यह न कहीं भी देखा गया है, और न कहीं भी सुना गया है। x काके शौचं द्यूतकारे च सत्यं, . सप्पै शान्तिः स्त्रीषु कामोपशान्तिः / क्लीवे धैर्य मद्यपे तत्त्वचिन्ता, राजा मित्रं केन दृष्टं श्रुतं वा ? // 627 // Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org