________________ अपने बालकों को पढाईए सुदृढ संस्कारों को पोषण करनेवाली और हर्षपूर्वक पढे एसो सरल शैलीसे भावपूर्ण चित्रोंसे भरपूर "शिशुबोध सोपान ग्रंथावली के चार सोपान THEHRADDHARTHIRSADINTININDIAHINERED પ પt wભાયા જી બા અન્તિ પાનાથાય નાના: tR કિાણુ-બાદ રસપાન મ•ાવણીનું પ્રકર પાન muskanTAMARHemam 卐श्री वृद्धि-नाम-भूत प्रमाणा-यां:-१७ m ita Anamne MA A DHURIOSMICHHANERA 7743/h 73-2-23 rotre-rma-LRAKAL 13vie Up - Pelej 10 15 t 3 The Way el- jhuj bo le Vole 19 le 3) 110% ] श्रेण्डी शुसा.२. સામાન प्रथम सोपान 0-10-0 WHENCOURSINHIBHIRONCHHUB छ 88 सचित्र दूसरा सोपान 0-8-0 RHONCUS मि-मासीमानसन्याली5 સૅક-ઍનિરાજશ્રી નિમૅન’નલિ૦૪૫મહારાજ, हत्य HASE tate 1. नाना PLN-0.0 परदुःखभंजन 31. 0- परिचय -0 ANTAsahayandy RJAR-Sim 0-01-01 SINIRITUENDE कथा. INBROG विक्रमराजाका धार्मिक जीवन गुणसार श्रेष्ठिकी जीवन Eptai nmmmmcomauntonymmmmmmmmmmmimar " श्रीनाममभृत-मान्ति-निENA अयभाग-3418-1८ 5 . भा में नमः જ્ઞાનપંચમીનો મહિમા ISHI पाने पत्त-गुरारी तीसरा सोपान 0-8-0 (पृष्ठ 56 सचित्र जीवन परिचय चौथा सोपान 0-12-0 -माने भान साथै सान- त સાપાન श्री.[[-Tiluviपाjal :oine - 10 चित्र હૈsue-૧. સુનિરાજ શ્રી નિરંજનવિજયજી મહારાજ LESभाजरामाननवियce: साथ दो जीवन कथायें साथ श्रीऋषभदेव प्रभुका टुंक