________________ मुनि निरंजनविजयसंयोजित 361 कौतुक देखते। देखो, यह अत्यन्त सुन्दर शरीर की कान्तिवाला चतुर्मुख मत्स्य जा रहा है तथा इधर लाल कान्तिवाला आठ मुख का मगर जा रहा है। भीमका विक्रमचरित्र को समुद्र में गिराना - VIITCal 1966 ... यह सुनकर जब विक्रमचरित्र शीघ्रता व आतुरता से देखने के लिये उद्यत हुआ तब दुष्टात्मा भीमने बलपूर्वक धक्का देकर उसे समुद्र में फेंक दिया। समुद्र में गिरते ही विक्रमचरित्र को एक मगर निगल गया। मगर द्वारा निकलना * धीरे धीरे वह मगर समुद्र की तरंगों से प्रेरित होकर समुद्र तटपर चला गया। जहाँ धीवरों ने उसे पकड़कर समुद्र के बाहर निकाला। जब उस मगर के उदर को धीवरों ने चीरा तब उस में से एक अत्यन्त सुन्दर मनुष्य निकला / कहा भी है कि-- Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org