Book Title: Kalpasutra Part 02 Sthanakvasi Gujarati
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
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११३ भारडीउनाभठपंडित छाअन्धभोक्ष ठेविषयसंशय छा निवाराश और उनकी
हीक्षाग्रहाशा वर्शन । ૧૧૪ भौर्यपुत्र पंडित डा हेवों अस्तित्व विषयासंशय का निवाराश और उनकी
हीक्षाग्रहाठा वर्शन ૧૧૫ भारडीठ पंडित डा अन्धभोक्ष हे विषय में संशय छा निवारा और उनठी हीक्षाग्रहाशा
वर्शन ૧૧૬
भौर्यपुत्र छावों अस्तित्व हे विषयमें संशय का निवाराश और उनके हीक्षाग्रहाशा वान अयनाता नाभा पंडितष्ठा पुश्य पाप हे विषयमें संशय हा निवारा और उनले
हीक्षाग्रहाशा वर्शन ૧૧૮ अभिपत नाभठ पंडित ठा परभव में नार नहीं है उस विषय हे संशय ठा निवाराश
औरहीक्षाग्रहाशा वर्शन ૧૧૯ अयसभाता नाभठ पंडित छा पाप पुश्य विषय संशय छा निवाराश और उनष्ठी
हीक्षाग्रहाशा वार्शन ૧૨૦ भेतार्थ पंडितष्ठा परतोऽविषय संशयठा निवारा और उनठी घीक्षाग्रहरा छा वार्यान ૧૨૧ प्रभास पंडित ठा निर्वाह विषय संशय ठा निवारा ૧૨૨ भेतार्थ हा परलोड विषयासंशय हा निवारश और उनहीक्षाग्रहशा वर्शन १२3 प्रभास पंडित छीक्षाग्रह छा वार्शन १२४ गराघरों छेसंह छा संग्रह ૧૨૫ गाराघरों हे शिष्य संज्या छा वार्शन १२६ भेतार्थ पंडित छा परलोष्ठ विषयठ संशय ठा निवारा और उनडे टीक्षाग्रहरा छा वार्शन १२७ प्रभास नाभट पंडितष्ठा निर्वाश विषयसंशय छा निवारा और घीक्षाग्रहरा छा वार्शन ૧૨૮ राघरों हे संघहछा संग्रह ૧૨૯ राघरों ठे शिष्यसंध्या ठा वार्शन ૧૩૦ यतुर्विधसंघ ठी स्थापना और यातृर्भास संज्या ज्थन ૧૩૧ गाराघरों छो त्रिपटीप्रधान हा वार्शन ૧૩૨ नवप्रहार हे गायों मेछा वर्शन और भगवानही धर्भशना ठा वर्शन १33 लगवान यातुर्मास संज्या छा 5थन १३४ यन्नमालाघीक्षाग्रह हा वर्शन १३५ यतुर्विधसंघ ठी स्थापना और गाराघरों छो त्रिपटीप्रधान ठा वार्शन ૧૩૬ नवप्रठार हे गाशों छा भेट प्रदर्शन ૧૩૭ भगवान् डी धर्भशना छा वार्शन
૧૨૪ ૧૨૫ ૧૨૫ ૧૨૫ ૧૨૫ ૧૨૬ ૧૨૭ ૧૨૭ ૧૨૮
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શ્રી કલ્પ સૂત્ર : ૦૨

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