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१८०७] જોધપુર રાજ્ય તફસે મળેલા પરવાના.
[૩૯ कांसटीया धनराजजी साहेबकी सम्मति द्वारा आबु, जोधपुर आदि स्थानोंमें सुव असर कीटोलमें मतलब सिद्ध हुआ जिस्का नतीजा निम्न लिखित कार्यवाहीसे विदित होगा. नं. ३६०५ , . .
नकल प्रचामहकमें खास.
दफतर अंग्रेजी. ___महको० खास० श्री० दरबार० राज मारवाड अजप्रवाना बनाम हाकिमान प्रगने जात ईलाके मारवाड-तथा जैन कान्फरन्स बम्बई. मारवाडके मंदिरोकी मरमत और मंदिरोके हिसाब जांचकी दुरस्ती कराना चाहते हैं. इस कामके लिये सुरांणा हीरालाल व कांस्टिया धनराज मुकरी र हैं. ईसलिये तुमको लिखा जाताहैं कि ईस काममें मुनासब मदद सुरांणा हीरालाल व धनराजको देकर हीसाबकी जांच प्रताल करादो. फकत ता० २८ जुन सन १९०७ ई. (Sd). राव बाहदर पंडित सुखदेव प्रसादजी हिब बी. ए. ; सी. आई ई. सीनीयर मम्बर महकों आलिया
___ खास राज मारवाड जोधपुर. जोधपुरसे यह रूका हासिल कर वरकाणे पार्श्वनाथ के मंदिरका हिसाबका काम जो बिंजोवेके श्री संघके हाथमें है वहांपर ओडिट खाताके ईन्सपेकटर हरिलालजी खेताणी जो वहां एक महिनेसे हेरान हो रहे हैं, पंचोने सीवाय लेएत लालीके कुछभी कार्यवाही हिसाब तपासनी खातेमें मदद नहीं दीये ईसलिये हाकिम साहेब बालीसे रीपोर्ट द्वारा निम्न लिखित प्रवाने जारी कराये गये.
नकल परवाना हकुमत बाली गोड़वाड.
श्रीजी सत्य छै.
मोहोर.
भंडारीजी श्री सुरजचंदजी साहैब हाकीम हकुमत बाली. लिखावतं बाजे गांवारा जागीरदारांस कामदारों भोमीयां चारणा बिरामणां हवालदारों महाजनों चोधरीयां लोकों समस्तों दिसे तथा बम्बई जैन श्वेताम्बर कोन्फरन्स मारवाडके जैन मंदिरोंकी मरमत और हिसाबकी जांचप्रताल वो दुरूस्ती कराना चहाती है और यह काम मदद देकर करादेनेके बाबत हीरालालजी ईन्सपेक्टर कोन्फरन्स राजपुतानाने प्रचामहको आलिया खास सा० २८ जुन सनहाल लंबरी ३६०५ का बजरीये रीपोर्ट पेश किया. ईस लिये लिखा जाता