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अन्शन्स २८३.
[અકબર
केटली बधी थाय छे ते कहेवानी शुं जरुर छ ? पण जयारे ते बधा आपणे तेओनी असर माटे बेदरकार होइए त्यारे तेनुं परिणाम विपरीतज आवे एमां कोई शंका लावी शके एम नथी.
____ हिंदुस्तानमा हाल जे हजारो सवालो उत्पन्न थया छे, तेमां जैन कोमनो बीजी कोमोनी साथे, राज्यद्वारी कामोमां भाग लेवानो हक, एक एवो स्वाल छे के जे उपर ते कोम, पोतानो हक रजु करवामां अशक्त जणावाथी, रजु करी शकी नथी. पालीताणा, गिरनार, समेतशिखर, अने जैनोनी पैसासंबंधी उच्च स्थिति अने तेओना धर्मउपरना प्रेमसंबंधमां हमणा घj सांभळवामां तेमज वांचवामां आवे छे. ए कोम फक्त हिंदु धर्म पाळनारी, पण सिधांतना संबंधमां थोडो मात्रज फरक धरावनारी कोम छे, एम केटलाको तेमज सरकारे जाण्युं छे, सरकारे ए षण जाण्युं छे के ए कोम वेपारी कोम छे, अने ज्यांसुधी ते पोतानो हक रजु करे नहि त्यांसुधी तेने . कोइ पण बीजी कोम माफक हक आपवानी जरूर नथी. आमां आपणोज वांक मात्र छे ! नामदार महाराणीए सने १८५८ मां जे ढंढेरो बहार पाडी हिंदुस्तानमा शान्ति फेलावी हती तेमां जणाव्यु हतुं के “ अमारा हिंदी मुलकोना देशीओसाथे अमे तेज फरजोथी बंधाएला छीए, के जे फरजोथी अमे अमारी बीजी प्रजाओ साथे बंधाएला छीए, अने ते फरजो ईश्वरकृपाथी, अमे नीमकहलाली तेमज खरा हृदयथी बजावीशुं. अने अमारी वधु इच्छा ए छे के ज्यांसुधी छुटथी अने न्यायथी अपक्षपातपणे अमारी रैयतना कोइ पण कोम के धर्मना माणसने अमारी नोकरीमा दाखल थवाने माटे तेओनी केळवणी, लायकात, अने होंशीआरीना सबबे दाखल करी शकाशे तो अमे तेओने तेमां दाखल करीशुं. ज्यारे ईश्वरकृपाथी देशना अंदरना भागमा शान्ति फेलाशे, त्यारे अमारी एवी खास इच्छा छे के देशनो कारभार देशमा रहेती प्रजाना लाभमाटे चाले एवं राज्यतंत्र चलाव. तेओनी आबादीमांज अमारूं जोर छ, तेओना संतोषमांज अमारी सलामती अने तेओनी आभारवृति एज अमारूं इनाम छे अने अमे प्रार्थना करीए छीए के ते सर्व शक्तिमान ईश्वर अने अमारा हाथ नीचेना अमलदारो, अमारी रैयतना भला माटेनी अमारी आ इच्छाओ पूर्ण करवामां मदद आपो." नामदार महाराणीए आपणने जे आ हक आप्यो छे, ते जो के आपणे हजी सुधी भोगववा आतुरता बतावो नथी, ते छतां शुं ते हवे भोगववा आपणे तत्पर थ, नथी जोईतुं ? पण ते करतां पण गई ता० २४