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भगवती सूत्र-श. १० उ. १ जीव प्रथम है या अप्रथम ?
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२ उत्तर-हे गौतम ! प्रथम है, अप्रथम नहीं।
३ प्रश्न-हे भगवन् ! समी जीव, जीवभाव की अपेक्षा प्रथम हैं या अप्रथम ?
३ उत्तर-हे गौतम ! प्रथम नहीं, अप्रथम है । इस प्रकार यावत् वैमानिक तक जानना चाहिये।
४ प्रश्न-हे भगवन् ! सभी सिद्ध जीव, सिद्धभाव की अपेक्षा प्रथम हैं या अप्रथम ?
४ उत्तर-हे गौतम वे प्रथम हैं, अप्रथम नहीं। ५ प्रश्न-आहारए णं भंते ! जीवे आहारभावेणं किं पढमे अपढमे ?
५ उत्तर-गोयमा ! णो पदमे, अपदमे । एवं जाव वेमाणिए, पोहत्तिए एवं चेव ।
६ प्रश्न-अणाहारए णं भंते ! जीवे अणाहारभावेणं पुच्छा। ६ उत्तर-गोयमा ! सिय पढमे, सिय अपढमे । प्रश्न-णेरइए णं भंते !
उत्तर-एवं णेरइए, जाव वेमाणिए णो पढमे, अपढमे । सिद्धे पढमे णो अपढमे । . ७ प्रश्न-अणाहारगा णं भंते ! जीवा अणाहारभावेणं पुच्छा।
“७ उत्तर-गोयमा ! पढमा वि अपढमा वि । णेरइया जाव वेमाणिया णो पढमा, अपढमा। सिद्धा पढमा, णो अपढमा । एक्केक्के पुच्छ भाणियव्वा । २।
८-भवसिद्धीए एगत्तपुहुत्तेणं जहा आहारए, एवं अभवसिद्धीए वि।
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