________________
पाठ 5
स्वरान्त धातु
1. स्वरान्त धातुओं में पुरुषबोधक प्रत्यय लगाते समय प्रत्ययों के पहले 'अ' प्रत्यय विकल्प से रखा जाता है । (४ / २४०)
हो धातु के रूप
प्रथम पुरुष द्वितीय पुरुष
तृतीय पुरुष
प्रथम पुरुष
द्वितीय पुरुष
तृतीय पुरुष
एकवचन
होमि
होसि
होइ
'अ' प्रत्यय लगाने पर 'होअ' अंग के रूप
बहुवचन
होमो होअमु, होअम होमो होआमु, होआम
होइमो, होइमु, होइम होएमो, होएमु, होएम होअह,
होइत्था
होएह, होएत्था
एकवचन
होमि
होआमि
होएमि
होसि
होएसि
होअसे
होअइ
होएइ
होए
बहुवचन
होमो, होमु, होम. होह, होइत्था.
• होन्ति, होन्ते, होइरे .
२०
·
"
अइत्था
हो इत्था
होअन्ति, होअन्ते, होइरे होएन्ति होएन्ते, होएइरे होइन्ति, होइन्ते, होअइरे
1
टिप्पणी-पा. 3 नि. 4 नियम 1 में बताये अनुसार संयुक्त व्यंजन के पूर्व का स्वर हस्व होता है तब हो + न्ति = हुन्ति, जा + न्ति = जन्ति.