Book Title: Aao Prakrit Sikhe Part 01
Author(s): Vijaykastursuri, Vijayratnasensuri
Publisher: Divya Sandesh Prakashan
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आ
उज्जम् (उद् + यम्) उद्यम करना, आइक्ख (आ + चक्ष) कहना, उपदेश प्रयत्न करना देना, समझाना
उज्झ् (उज्झ) त्याग करना, छोड़ना आइग्घ (आ + घ्रा) सूंघना
उट्ठ-उट्ठा (उत् + स्था.) उठना आ + गच्छ (आ + गम्) आना
उड्डे (उद् + डी) उड़ना आढा-आदर (आ + द) आदर करना. उदे (उद् + इ) उदय पाना मानना
उद्दाल-अच्छिंद् (आ + छिद्) छीन आ + णे (आ + नी) लाना
लेना आ + दिस (आ + दिश) आदेश उद्धर (उद् + धृ) उद्धार करना करना, फरमाना
उन्नाम्-उल्लाल् (उद् + नामय्) ऊँचा आ + भोय् (आ + भोगय) देखना, करना, ऊपर घुमाना विचारना, जानना
उप्पज्ज् (उत् + पद्य) उत्पन्न होना आ + रंभ-आरभ-आढव् (आ + रभ)
उम्मूल् (उद् + मूलय) मूल से प्रारम्भ करना, शुरू करना
उखेड़ना, उखेड़ना आ + राह (आ + राध) आराधना उल्लंघ् (उद् + लङ्घ) उल्लंघन करना, सेवा करना ।
करना आ + लोय् (आ + लोक्) देखना, उवज्ज् (उत्पद्य) उत्पन्न होना विलोकन करना
उव + दंस् (उप + दर्शय) दिखाना आ + लोय (आ + लोच) आलोचना उव + दिश् (उप + दिश) उपदेश करना, दिखाना, विचार करना
देना आ + सास् (आ + श्वासय्) आश्वासन
उव + भुंज् (उप + भुअ) उपभोग देना, सान्त्वन करना
करना, काम में लाना आ + हर् (आ + हृ) आहार करना
उव + यर् (उप + कृ) उपकार करना, उव + वज्ज् (उप + पद्य) उत्पन्न होना
उव + सम् (उप + शम्) शांत होना इच्छ (इष्-इच्छ) इच्छा करना , चाहना
उवह (उद् + वह) पालन करना, धारण करना, उठाना
उविव् (उद् + विज) उद्वेग करना, उंघ (नि + द्रा) निद्रा, सोना उग्घाड् (उद् + घाटय) खोलना उवे (उप + इ) पास में जाना
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