Book Title: Aao Prakrit Sikhe Part 01
Author(s): Vijaykastursuri, Vijayratnasensuri
Publisher: Divya Sandesh Prakashan
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ब
पूरअ वि. (पूरक) पूर्ति करनेवाला बहु-अ-बहुग वि. (बहु-क) प्रचुर, प्रभूत, पोम्म-पउम नपं. (पद्म) कमल अनेक, बहत । पोरुस-पोरस-पउरिस नपुं. (पौरुष) बहुसो अ. (बहुशस्) अनेक बार पुरुषार्थ, पुरुषत्व
बाल पुं. (बाल) बालक, शिशु बाला स्त्री. (बाला) कुमारी, लड़की
बालिआ स्त्री. (बालिका) बाला, फरुस वि. (परुष) कठिन, कर्कश
कुमारी, लड़की फल नपुं. (फल) फल , लाभ .
बाहा स्त्री. (बाहु) हाथ, भुजा-बाहिरफास पु. (स्पर्श) स्पर्श.
बज्झ वि. (बाह्य). बाहर का फुल्ल नपुं. (फुल्ल) पुष्प, फूल ।
बाहु पुं. (बाहु) हाथ, भुजा बिंब नपुं. (बिम्ब) बिम्ब, प्रतिमा बुद्धि स्त्री. (बुद्धि) बुद्धि, मति, मेधा,
मनीषा, प्रज्ञा बइल्लो दे. (बलीवर्द) बैल, वृषभ
बुह पुं. (बुध) पण्डित बंधण नपुं. (बन्धन) बेड़ी, बाँधना
बोहि स्त्री. (बोधि) शुद्ध धर्म की प्राप्ति बंधव पुं. (बान्धव) बंधु, भाई, भ्राता
भ बंधु पुं. (बन्धु) बांधव, मित्र बंभचेर-बम्हचरिअ-बम्हचेर नपुं.
भंत वि. (भगवत्-भदन्त-भ्राजत्-भवान्त(ब्रह्मचर्य) ब्रह्मचर्य
भयान्त) भगवान ऐश्वर्यशाली, बंभण पुं. (ब्राह्मण) ब्राह्मण
कल्याणकारक, चमकता, देदीप्यमान, बंभयारि वि. (ब्रह्मचारिन्) ब्रह्मचर्य
भयनाशक भव संसार का अन्त पालनेवाला
करनेवाला बल नपुं. (बल) शक्ति, सामर्थ्य भगवई स्त्री. (भगवती) पाँचवाँ अंग, बलिट्ठ वि. (बलिष्ठ) सबसे बलवान, भगवता
भगवती सूत्र सबल
भगवंत-भयवंत पुं. (भगवत्) भगवान, बहि-हिं-बहिया-बाहिं-बाहिर अ.
पूज्य (बहिस्) बाहर
भज्जा स्त्री. (भार्या) स्त्री. बहिद्धा दे. (बहिर्धा) बाहर, मैथन भट्ट वि. (भ्रष्ट) भ्रष्ट, पतित बहिणी-भडणी स्त्री. (भगिनी) बहन भड पुं. (भट) लड़ाका, योद्धा बहिर वि. (बधिर) बहरा, जो सन न भत्तार-भत्तु पुं. (भर्तृ) स्वामी, पति, सकता हो वह ।
भर्तार, वि. पोषक
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