Book Title: Aao Prakrit Sikhe Part 01
Author(s): Vijaykastursuri, Vijayratnasensuri
Publisher: Divya Sandesh Prakashan

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Page 291
________________ व व वा अ. (वा) वा, अथवा, कि वइर-वज्ज पुं. नपुं. (वज्र) वज्र, इन्द्र का शस्त्र वक्क नपुं. (वाक्य) वाक्य वक्खाण नपुं. (व्याख्यान) विवरण, विशेष कथन वग्ग पुं. (वर्ग) वर्ग, वग्घ पुं. (व्याघ्र) बाघ, समूह शेर वच्छ पुं. (वत्स) बालक, बछड़ा वच्छ पुं. (वृक्ष) पेड़, शाखी, द्रुम वच्छल वि. (वत्सल) रागी, स्नेह वच्छल्ल नपुं. (वात्सल्य) स्नेह, अनुराग, प्रेम, वात्सल्य वज्जपाणी पुं. (वज्रपाणि) इन्द्र वड्डयरं (बृहत्तरं) बहुत बड़ा, महान् वणस्सइ-वणप्फइ स्त्री. (वनस्पति) वनस्पति वणिआ-विलया स्त्री. ( वनिता) स्त्री, महिला, नारी वण्हि पुं. (वह्नि) अग्नि, वत्ता स्त्री. (वार्ता) बात, वत्तार- वत्तु वि. ( वक्तृ) वक्ता, बोलनेवाला आग कथा वत्थ नपुं. (वस्त्र) वस्त्र, वत्थु नपुं. (वस्तु) पदार्थ, चीज वम्मह पुं. (मन्मथ) कामदेव वय पुं. नपुं. (व्रत) व्रत, वय पुं. नपुं. (वयस्) उम्र, वयण नपुं. (वचन) वचन नियम वयणिज्ज वि. (वचनीय) वाच्य, कथनीय, निन्दा योग्य वर वि. (वर) वर, श्रेष्ठ वराय वि . ( वराक) गरीब, दीन, रंक, बिचारा आयु वरिस-वास पुं. नपुं. (वर्ष) वृष्टि, वर्षा, संवत्सर, साल, मेघ, बारिस, वर्ष वारसा वासा स्त्री. (वर्षा) वृष्टि, वर्षाकाल पानी का बरसना, ववसाय पुं. (व्यवसाय) निर्णय, निश्चय, अनुष्ठान, उद्यम, प्रयत्न, व्यापार, कार्य, काम वसइ-वसहि स्त्री. ( वसति) स्थान, रात्रि आश्रय, वास, निवास, वसंत पुं. (वसंत) वसंतऋतु वसण नपुं. (वसन) निवास, वसह पुं. (वृषभ) बैल, सांड वसण नपुं. (व्यसन) कष्ट, विपत्ति, दुःख पुत्र वह पु. (वध) वध. नारी वहू (स्त्री.) (वधू) बहू, भार्या, कपड़ा वाउ (पुं.) (वायु) पवन, वात वागरण-वायरण-वारण नपुं. (व्याकरण) व्याकरण, शास्त्र, उपदेश, उत्तर वाणिज्ज नपुं. (वाणिज्य) व्यापार वाणी स्त्री. (वाणी) वाणी, वचन, वाक्य रहना वसीहूअ वि. ( वशीभूत) जो अधीन हुआ हो वह वसुदेवपुत्त (वसुदेवपुत्र) वसुदेव का २६८

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