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पाठ - 6
ज्ज - ज्जा प्रत्यय
1. वर्तमानकाल, भविष्यकाल और विध्यर्थ - आज्ञार्थ में धातुओं में सभी पुरुषबोधक प्रत्ययों के स्थान में ज्ज अथवा ज्जा विकल्प से रखा जाता है । (३/१७७)
2. ज्ज अथवा ज्जा प्रत्ययों के पहले अ हो तो अ के स्थान पर ए होता है । (३/१५९)
उदा. सर्वपुरुष और सर्ववचन में
हस् + अ + ज्ज = • हसेज्ज, हसेज्जा.
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अथवा हसइ, हसेन्ति आदि, होइ, होन्ति आदि
प्रथम पुरुष
3. वर्तमानकाल, भविष्यकाल, विध्यर्थ और आज्ञार्थ में स्वरान्त धातुओं को पुरुषबोधक प्रत्यय लगाने के पहले ज्ज अथवा ज्जा विकल्प से लगता है । (३/१७८) उदा. हो + इ = होज्जइ, होज्जाइ.
होज्ज - होज्जा अंग के रूप
द्वितीय पुरुष
एकवचन
होज्जमि
होज्जामि
हज्जेम
हज्ज
होज्जा
होज्जसि
होज्जासि
हज्जेसि
होज्जसे
हो
होज्ज
होज्जा
+ ज्ज = होज्ज, होज्जा.
बहुवचन
होज्जमो, होज्जमु, होज्जम होज्जामो, होज्जामु, होज्जाम
होज्जमो, होज्जिमु, होज्जिम
होज्जेमो, होज्जेमु, होज्जेम
होज्ज
होज्जा.
होज्जह, होज्जित्था
होज्जाह, होज्जेत्था
होज्जेह, होज्जइत्था
हज्जेइत्था
होज्जाइत्था
होज्ज
होज्जा
पूर्वोक्त पा. 3 नि. 4 नियमानुसार हस्व स्वर होता है तब हुज्ज, हुज्जा, हसिज्ज, हसिज्जा रूप भी होते हैं ।
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