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पाठ 17 ..
भविष्यकाल प्रत्यय (३/१६६, १६७, १६८, १६९) | एकवचन
बहुवचन प्रथम पुरुष |स्सं, स्सामि,
स्सामो, हामो, हिमो, हामि, हिमि
स्सामु, हामु, हिमु, स्साम, हाम, हिम,
हिस्सा, हित्था द्वितीय पुरुष | हिसि, हिसे
हित्था, हिह तृतीय पुरुष | हिइ, हिए
हिन्ति, हिन्ते, हिरे 1. भविष्यकाल - आनेवाला समय (काल) अर्थात् जो क्रिया होनेवाली है वह
बताते हैंउदा. रामो गामं गमिहिइ = राम गाँव में जायेगा ।
अज्ज नयरं गच्छिस्सं = आज मैं नगर में जाऊंगा । 2. आर्ष प्राकृत में द्वितीय और तृतीय पुरुष में निम्नलिखित प्रत्ययों का भी - प्रयोग किया जाता है । प्र. पु. | स्ससि, स्ससे
स्सह द्वि. पु. स्सइ, स्सए
स्सन्ति, स्सन्ते 3. ये प्रत्यय लगाने पर पूर्व अ का इ अथवा ए होता है ।
हस् धातु के रूप | एकवचन.
बहुवचन प्र. पु.
हसिस्सं, हसेस्सं, हसिस्सामो-मु-म, हसिस्सामि, हसेस्सामि, हसिहामो-मु-म, हसिहामि, हसेहामि, हसिहिमो-मु-म, हसिहिमि, हसेहिमि हसिहिस्सा, हसिहित्था,
हसेस्सामो-मु-म, हसेहामो-मु-म,
ॐ
ॐथ
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