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तहवि अ. (तथापि) तो भी तिहुअण नपुं. (त्रिभुवन) तीन लोक तहि-तहिं-तह-तत्थ- अ. (तत्र) तु-उ अ. (तु) समुच्चय, यहाँ, उसमें
अवधारण, निश्चय, पादपूरण, ता-ताव अ. (तावत्)
भेद, विशेषण, कारण । ता अ. (तर्हि) तो, उस समय, तब तेयंसि पुं. (तेजस्विन्) तेजस्वी तारग वि. (तारक) तारनेवाला, पार उतारनेवाला, नपुं. तारा तारा स्त्री. (तारा) नक्षत्र, तारा थिअ वि. (स्थित) रहा हुआ ताव पुं. (ताप) ताप, संताप, पीड़ा
थिर वि. (स्थिर) निश्चल, निष्कम्प तावस पुं. (तापस) तापस, योगी,
थु अ. (दे.) तिरस्कार संन्यास विशेष
थुइ स्त्री. (स्तुति) थोय, स्तुति, तारिस वि. (तादृश) वैसा, उस ।
स्तवन, गुण कीर्तन तरह का
थूण-थेण पुं. (स्तेन) चोर तिअस पुं. (त्रिदश) देव
थेर वि. (स्थविर) वृद्ध, बूढ़ा, वृद्ध तिक्ख-तिण्ह वि. (तीक्ष्ण) तेज, तीखा जैन साध तिण्हा स्त्री. (तृष्णा) तृष्णा, स्पृहा, थोक्क-थोव-थेव वि. (स्तोक) अल्प, वांछा, पिपासा
थोड़ा तित्थ-तूह नपुं. (तीर्थ) तीर्थ, पवित्र थोत्त नपं. (स्तोत्र) स्तोत्र, स्तुति, स्थान
स्तव तित्थयर पुं. (तीर्थकर) तीर्थंकर तित्थुद्धार पुं. (तीर्थोद्धार) तीर्थ का उद्धार
दइव-व्व-देव-व्व नपुं. (दैव) दैव, तिमिर नपुं. (तिमिर) आँख का भाग्य, अदृष्ट, प्रारब्ध, पूर्वकृत-कर्म रोग, अन्धकार, अज्ञान
दंसण नपुं. (दर्शन) चक्षु, देखना, तिलअ-ग पुं. (तिलक) तिलक सम्यग्दर्शन, मत, सामान्य ज्ञान, तिविह वि. (विविध) तीन प्रकार से धर्मशास्त्र तिव्व वि. (तीव्र) तीक्ष्ण, प्रबल, दंसणमेत्त-दंसणमत्त नपुं. प्रचण्ड, उत्कट,
(दर्शनमात्र) देखने मात्र से तिसला स्त्री. (त्रिशला) प्रभु वीर की दढ् वि. (दृढ) मजबूत, निश्चल माता
बलवान, स्थिर, कठोर, कठिन तिहि पुं. स्त्री. (तिथि) तिथि, दिन दत्त-दिण्ण वि. (दत्त) दिया हुआ
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