________________ मीमांसा दर्शन में निषेध-मीमांसा श्रीमता शुभचन्द्रेण प्रणीतो ज्ञानार्णवः भारतीयदर्शनेषु ईश्वरविचार: श्रवणबेलगालायां गोम्मटेश्वरस्य मूर्तेः निर्माणेतिहास: जैनदर्शनानुसारं नारीणां स्थितिः किं जैनदशनं नास्तिकम्? भारतीयदर्शनेषु भ्रमज्ञानविचारः (ख्यातिवादः) ब्रह्मवैवर्तपुराणम् : संक्षिप्तः परिचयः स्वरूपसम्बोधनदेशनायाः परिशीलनम् 66. चतुर्थ सोपान : साहित्य समीक्षा एवं विशिष्ट आलेख 18 cm Nom wooo प्रो. जैन के ग्रन्थों की समीक्षायें विषय लेखक पृ.संख्या रत्नत्रय की अनुपम प्रकाशिका 'देव, शास्त्र और गुरु' की समीक्षा - डॉ. पंकज कुमार जैन - 'प्राकृत-दीपिका' एक प्राकृत भाषा ज्ञानप्रदीप - प्रो. विजय कुमार जैन मुनिसुव्रत काव्य : एक समीक्षा - प्रो. सत्यदेव कौशिक साहित्य समाराधना का निस्यन्द : 'मुनिसुव्रत काव्य' प्रो. मनुलता शर्मा संस्कृत भाषा प्रशिक्षिओं की राजपद्धति 'संस्कृत-प्रवेशिका' प्रो. गोपबन्धु मिश्र 'तर्क संग्रह' एक समीक्षा प्रो. उमादेवी जोशी सुदर्शन लाल जैन कृत व्याख्या से सरल बनी 'कर्पूरमञ्जरी' - डॉ. सुरेन्द्र भारती 'उत्तराध्ययन सूत्र : एक परिशील' की समीक्षा - डॉ. श्री प्रकाश पाण्डेय - 9. 'पूजा का वैज्ञानिक अनुशीलन' एक अनुपम कृति - डॉ. मनोरमा जैन (ख) विद्वानों के आलेख अपराजेय व्यक्तित्व के धनी आचार्य कुन्दकुन्द - हुकुमचन्द भारिल्ल जिन-प्रतिमा पर सूरिमन्त्र क्यों? - पं. विमल कु.सोरया जैन आगम के आलोक में पूजन-विधान - पं. वर्द्धमान सोरया मोक्षमार्ग-पाथेय : सल्लेखना - अखिल बंसल जैन - वैयावृत्ति कहाँ, कैसे और क्यों? - डॉ. प्रेमचन्द जैन 'नगला' - योगसार में ध्यान योग का स्वरूप - डॉ. प्रेमचन्द रांवका - निमित्त उपादन : चिन्तन के कुछ बिन्दु - डॉ. अनेकान्त कु. जैन - अहिंसा महाव्रत : प्रतिपाद्य - प्रो. रेवाप्रसाद द्विवेदी - चार तीर्थङ्करों की जन्मभूमि काशी - प्रो. सदाशिव कुमार द्विवेदीमहाकवि पुष्पदन्त विरचित महापुराण - डॉ. मनोरमा जैन XX