________________ अमेरिका और सिंगापुर यात्राएँ पूजा आदि धार्मिक क्रियाएँ परिवार के सदस्यों का मोक्षमार्ग की ओर कदम स्वतंत्रता संग्राम में योगदान मेरी पत्नी मनोरमा और उनकी माता जी हमारी योजनाएँ स्पोर्ट्स में अभिरुचि परिवार में परस्पर प्रेमभाव मेरे आत्मीय जिनकी विशेष याद आती है। संक्षिप्त कृतित्व एवं व्यक्तित्व _ [परिवार (), शैक्षणिक योग्यता (), शिक्षा संस्थान (), अध्यापन (), शोध-निर्देशन (),सम्मान पुरस्कार (), प्रकाशित ग्रन्थ (), प्रशासनिक एवं शैक्षिक पद (), विषय-विशेषज्ञ के रूप में आमन्त्रण (), पर्युषण पर्व एवं महावीर जन्यती पर विशिष्ट व्याख्यान एवं सम्मान (), संगोष्ठी एवं कार्यशाला - अध्यक्षता, मुख्यवक्ता, उद्घाटन कर्ता, पत्रवाचक तथा संयोजक (), आकाशवाणी से संस्कृत वार्तायें (O] प्रकाशित लेखों की सूची पी-एच.डी. उपाधि प्राप्त लेखों की सूची वतीय सोपान : साहित्य सजन पृ.संख्या प्रो. सुदर्शन लाल जैन जी द्वारा लिखित आलेख - विषय 1. जैनदर्शन में भक्ति क्यों और कैसे ? भारतीय चिन्तन में आत्म तत्त्व : एक समीक्षा भारतीय चिन्तन में मोक्ष तत्त्व : एक समीक्षा त्रिरत्न में सम्यग्दर्शन का स्थान सांख्यदर्शन और जैन दर्शन : एक तुलनात्मक अध्ययन सांख्य और जैनदर्शन में ईश्वर जैन श्रमण संस्कृति की प्राचीनता एवं वैदिक संस्कृति यज्ञ : एक अनुचिन्तन पार्श्वनाथ के सिद्धान्त : दिगम्बर और श्वेताम्बर दृष्टि सभी विरोधों का समाधान : अनेकान्तवाद एवं स्याद्वाद प्रायश्चित्त तप आहार-विहारादि में उत्सर्ग-अपवादमार्ग का समन्वय (आचार्य कुन्दकुन्द की दृष्टि में) जैन साहित्य में श्री हनुमान् महावीर की दृष्टि में जाति, वेष, लिङ्ग आदि का कितना महत्त्व ? तीर्थङ्कर चिह्न : एक अनुशीलन भगवान् महावीर का जीवन सन्देश और वर्तमान युग आचार्य कुन्दकुन्द के दर्शन में निश्चय और व्यवहार नय 18. जैन और बौद्ध धर्म-दर्शनों में साम्य-वैषम्य इक्कीसवीं शताब्दी और श्रमणाचार : एक मौलिक चिन्तन XVIII