________________ * श्रीपाल चरित्र मन्त्री स्वामिन् ! पूर्व कर्मके वश सातसो पुरुषोंको एकही साथ कोड़ रोग उत्पन्न हो || गया है, इनके अन्दर भी सब राजरीतियें चलती हैं, ये सब लोग राजा के शिवाय दूसरेके पास याचना नहीं करते. . 18 राजा-( आश्चर्य हो कर पूछता है ) सचीवजी ! इनकी राजरीति क्या है ? मन्त्री-विभो! उम्बर रोग ( कोड़ रोग ) से पीड़ित उम्बर नामका को एक राज पुत्र इनका राजा है उस पर बा कायदा छत्र रख्खा जात है. व चामर वीजे जाते हैं, गलितांगुल नामका मन्त्री है, सर्वाङ्ग गलित नामका कोटवाल है और शेष सब सेवक लोग हैं, ये सब कुष्ट दर्दसे दर्दित हैं, शरीरकी चमड़ी सब गल रही है, सम्पूर्ण शरीरमें फोड़े हो रहे हैं जिसमेंसे पीप और रक्तपात हो रहा है इससे. अनेक कीड़े बिल बिला रहे हैं, सर्वत्र मरिकयें भिन-भिना रही हैं, इनसे इस प्रकार वदबू उबलती है कि पासमें खड़ा तक नहीं रहा जाता * 9-1556* 4 W AC.Gurmratnasuri M.S. Jun Gun Aaradh