________________ प्रस्ताव दूसरा. श्रीफल लुड़कता हुवा आता देख तुरन्त ही मयणासुन्दरी बोली-हे प्राणपते! प्रजुके प्रतापसे आज़ आपका सब रोग गयाः देखिये-यह आता हुवा श्रीफल आप ले लीजिये और मैं || माला ले लेती हूँ, इन दोनोने अपनी 2 वस्तु ग्रहण कर ली और पुनः प्रजुको अभिवंदन कर जिन मन्दिरके बहार आये. ORRIGIRIGIROPASKIRAIASHAR गुरुमहाराजके अपूर्व दर्शन ...... (और) . दुःखका विलय. . - // 16 // TE अब मदना और उम्बर दोनो उपाश्रयमें आये, वहां पर विराजमान पूज्यपाद श्रीमुनि XPAC.GunratnasuriM.S. . . Jun GurAaradha