________________ श्रीपालचरित्र प्रस्ताव पहिला. // 14 // ravenaverma दूसरा-प्रस्ताव. // मदनसुन्दरीकी परीक्षा // उम्बर राणा मदनाको अपने मकान पर ले जाकर परीक्षार्थ इस प्रकार कहने लगा है भामिनी! तेरे पिताने यह अयोग्य काम किया है कि मुझ कुष्टिको तुझे सोंप दी, कहां तो मैं काक और कहां तूं हंसनी! यह सम्बंध उचित नहीं कहा जा सकता, राजाने कोपवश इस 8 तरह किया और तूंने भी कर्मवादमें आकर मेरा. कर स्पर्श कर लिया, मेरे शरीरमें कोड़का मोटा रोग है; अतः मेरा कहना है कि अब भी कुछ नहीं बिगड़ा, तूं किसी अन्य योग्य पुरुषके WiAcGunsatnasuriM.S. Jun Gun Aaradh