________________ -- क ब- है सब लोग खच्चर पर सवार हुवे प्रेतोंके माफिक डरावने मालुम होते हैं और इस प्रकार दिखाई देते हैं कि मानो नरकसे निकल कर साक्षात् नैरईये ही आरहे हों-हे महाराज! इनको दे. खना मानो दुःखको मौल लेना है अतः आगे न पधारें, इनके पवन स्पर्शसे रोग पैदा होजाता है है है इस लिये इस मार्ग को छोड़कर दूसरे मार्ग पर चलियेगा; तब राजा परिवार सहित अन्य F रास्ते पर चला. उसही वख्त उन कौष्टिकोका मन्त्री राजाके समीप आपहुँचा और प्रार्थना करने लगा किःहे नाथ-हे पृथ्वीपते-हे प्रजापाल भूपाल! तुमारी कीर्ति विश्व विख्यात है, हमारे उम्बर रा||६|| णाके प्रतापसे धन, धान्य, स्वर्ण, रत्न, मणि, माणक, मोति, हीरा, पन्ना वगेराकी कुछ भी * कमी नहीं है, परन्तु संसारमें इस प्रकार सुना जाता है कि मालवाधीश्वर याचकोकी सब तरह या| चना पूरी करता है; अतः मैं आपसे नम्रता पूर्वक प्रार्थना करता हूँ कि हमारे राजाके लिये Ac Gunratnasur M.S. Jun Gun Aaradhak