________________
६. गंध परिणाम (गंध उत्पन्न होना) ७. रस परिणाम (रस उत्पन्न होना) ८. स्पर्श परिणाम (स्पर्श उत्पन्न होना) ९. अगुरुलघु परिणाम (गुरुत्व आदि उत्पन्न होना) १०. शब्द परिणाम (शब्द उत्पन्न होना)
षड् द्रव्यों का विशेष विवेचन ४४०) क्या छहों द्रव्य शाश्वत है ? उत्तर : हां - छहों द्रव्य शाश्वत अर्थात् अनादि-अनंत हैं । ४४१) छह द्रव्यों में कितने द्रव्य जीव तथा कितने अजीव हैं ? उत्तर : केवल जीवास्तिकाय ही जीव है । शेष ५ अजीव हैं । ४४२ ) छह द्रव्य में कितने रूपी व कितने अरूपी हैं ? उत्तर : केवल पुद्गलास्तिकाय रूपी हैं । शेष ५ अरूपी हैं । ४४३) छह द्रव्यों में कितने सप्रदेशी व कितने अप्रदेशी हैं ? उत्तर : केवल काल द्रव्य अप्रदेशी है। शेष ५ द्रव्य सप्रदेशी (प्रदेश सहित)
४४४) छह द्रव्यों में से कितने द्रव्य एक तथा कितने अनेक हैं ? उत्तर : १. धर्मास्तिकाय, २. अधर्मास्तिकाय, ३. आकाशास्तिकाय, ये तीन
एक-एक है। शेष तीन जीवास्तिकाय, पुद्गलास्तिकाय तथा काल
अनंत हैं। ४४५) छह द्रव्यों में कितने द्रव्य क्षेत्र व कितने क्षेत्री हैं ? उत्तर : छह द्रव्यों में केवल आकाश द्रव्य क्षेत्र है। शेष पांच द्रव्य क्षेत्री हैं। ४४६) क्षेत्र व क्षेत्री में क्या अंतर है ? .. उत्तर : द्रव्य जिसमें रहते हो, वह क्षेत्र है। उसमें रहने वाले द्रव्य क्षेत्री कहलाते
४४७) छह द्रव्य में से कितने द्रव्य क्रियावान् तथा कितने अक्रियावान् है ? उत्तर : जीव तथा पुद्गल, ये दो द्रव्य क्रियावान् हैं तथा शेष चार अक्रियावान्
श्री नवतत्त्व प्रकरण
२३५