Book Title: Karmagrantha Part 6 Sapttika
Author(s): Devendrasuri, Shreechand Surana, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Marudharkesari Sahitya Prakashan Samiti Jodhpur
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षष्ठ कर्मग्रन्थ : गा०४
काल
सत्ता
क्रम संख्या
बंधस्थान
उदय स्थान
स्वामी
स्थान
जघन्य
उत्कृष्ट
१
आठ प्रक०
आठ प्रक०
आठ प्रक०
मिश्र के अन्तर्मुहूर्त | अन्तर्मुहूर्त सिवाय अप्र० गुणस्थान तक ६ गुणस्थान
२
सात प्रक० आठ आठ | आदि के 8 अन्तमुहुर्त छह माह प्रक० । प्रक० गुणस्थान
और अन्त० कम पूर्वकोटि का त्रिभाग अधिक तेतीस सागर
३
छह प्रकृ० | आठ
प्रक०
आठ प्रकृ०
सूक्ष्मसम्पराय
एक समय
अन्तर्मुहूर्त
४ । एक प्रक० । सात
आठ
उपशान्त- एक मोह समय
अन्तर्मुहूर्त
प्रक०
प्रक०
एक प्रकृ०
सात प्रक०
सात । क्षीणमोह अन्तर्मुहूर्त | अन्तर्मुहूर्त प्रक०
६ । एक प्रक० | चार
चार प्रकृ०
सयोगि- | केवली
अन्तर्मुहुर्त | देशोन पूर्व
कोटि
प्रक०
चार
चार प्रकृ०
अयोगि- केवली
अन्तर्मुहूर्त अन्तर्मुहूर्त
प्रकृ०
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