Book Title: Karmagrantha Part 6 Sapttika
Author(s): Devendrasuri, Shreechand Surana, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Marudharkesari Sahitya Prakashan Samiti Jodhpur
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सप्ततिका प्रकरण
(१३) सयोगिकेवली गुणस्थान ___ सयोगिकेवली गुणस्थान में आठ उदयस्थान और चार सत्तास्थान हैं-'अट्ठचउ' । आठ उदयस्थान २०, २१, २६, २७, २८, २९, ३० और ३१ प्रकृतिक हैं तथा चार सत्तास्थान ८०, ७६, ७६ और ७५ प्रकृतिक हैं। इनके संवेध का विचार पहले कर आये हैं अतः तदनुसार जानना चाहिये । सामान्य जानकारी के लिये उनका विवरण इस प्रकार है
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बंधस्थान
भंग
उदयस्थान
भंग
सत्तास्थान
७६, ७५ ८०,७६ ७६,७५ ८०, ७६ ७६, ७५ ८०, ७६, ७६, ७५ ८०, ७६, ७६, ७५ ८०, ७६
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(१४) अयोगिकेवली गुणस्थान
अयोगिकेवली गुणस्थान में उदयस्थान और सत्तास्थान क्रमश:'दु छक्क' अर्थात दो उदयस्थान और छह सत्तास्थान हैं। इनमें से दो उदयस्थान है और ८ प्रकृतिक हैं। नौ प्रकृतियों का उदय तीर्थंकर
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