Book Title: Karananuyoga Part 2
Author(s): Pannalal Jain
Publisher: Bharat Varshiya Digambar Jain Mahasabha

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Page 31
________________ ८५. प्रश्न : स्पर्श नामकर्म किसे कहते हैं ? उत्तर : जिसके उदय से शरीर में स्निग्ध- रूक्ष आदि स्पर्श हो उसे स्पर्श नामकर्म कहते हैं। इसके आठ भेद हैं- १. स्निग्ध २. रूक्ष ३. कोमल ४ कठोर ५ हल्का ६. भारी ७. शीत और ८. उष्ण । कहते है ? उत्तर : जिसके उदय से शरीर में खट्टा मीठा आदि रस हो उसे रस नामकर्म कहते हैं। इसके पाँच भेद हैं- १. खट्टा २. मीठा ३. कडुआ ४. कषायला और ५. चरपरा । ८७. प्रश्न: गन्ध नामकर्म किसे कहते हैं ? ६६. प्रश्न प्रश्न उस वर्ग - उत्तर : जिसके उदय से शरीर में सुगन्ध या दुर्गन्ध उत्पन्न हो उसे . गन्ध नामकर्म कहते है | इसके दो भेद हैं- १. सुगन्ध और २. दुर्गन्ध । प्रश्न : वर्ण नामकर्म किसे कहते हैं ? ८८. उत्तर : जिसके उदय से शरीर में काला - पीला आदि वर्ण उत्पन्न हों उसे वर्ण नामकर्म कहते हैं। इसके पाँच भेद हैं१. काला २. पीला ३. नीला ४. लाल और ५. सफेद । ८६. प्रश्न आनुपूर्व्य नामकर्म किसे कहते हैं ? (२६)

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