Book Title: Karananuyoga Part 2 Author(s): Pannalal Jain Publisher: Bharat Varshiya Digambar Jain MahasabhaPage 121
________________ चिम गान्ध त्रिअंगी, पायोम कृतियाँ २५ गुणस्थान बन्ध अबन्ध | बन्ध मिथ्यात्व सासादन मिश्र अविरत स. देशविरत प्रमत्त विरत अप्रमत्त विरत अपूर्वकरण अनिवृत्तिकरण सूक्ष्म सांपराय उपशान्त मोह क्षीणमोह सयोग केवली अयोग. केवली (पपाई)Page Navigation
1 ... 119 120 121 122 123 124 125