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प्रश्न- सार
इस जगत में न पकड़ने-योग्य कुछ है न छोड़ने योग्य । लेकिन एक बात पकड़ने और छोड़ने के बीच बेचैन कर गयी : प्रेम-वासना- मेरे जीवन की एकमात्र समस्या ।
आह को चाहिए एक उम्र असर होने तक कौन जीता है तेरे जुल्फ के सर होने क हमने माना कि तगाल न करोगे, लेकिन खाक हो जाएंगे हम तुमको खबर होने तक ।
आपके प्रवचन के समय बड़ी मीठी और गहरी नींद आती है। क्या कारण है ?
संन्यास के शुरू कुछ साल संन्यासिनी होने का भ्रम रहा । लेकिन संन्यास के फूल की जो आप बात करते हैं, अपने को उसके योग्य नहीं पाती। जमीन से पैर उखड़ गए हैं, लेकिन पंख अभी तक नहीं उगे । यह कैसी अवस्था है ?
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