________________
दादू
सबै सयाने एक मत
पिव पिव लागी प्यास
शांडिल्य
अथातो भक्ति जिज्ञासा ( दो भागों में)
जगजीवन
नाम सुमिर मन बावरे
अरी, मैं तो नाम के रंग छकी
सुंदरदास
हरि बोलौ हरि बोल
ज्योति से ज्योति जले
धरमदास
जस पनिहार धरे सिर गागर सोवै दिन रैन
मलूकदास कन थोरे कांकर घने रामदुवारे जो मरे
दरिया
कानों सुनी सो झूठ सब
अमी झरत बिगसत कंवल
झेन, सूफी और उपनिषद की कहानियां
बिन बाती बिन तेल
सहज समाधि भली दीया तले अंधेरा
अन्य रहस्यदर्शी भक्ति-सूत्र (नारद) शिव-सूत्र (शिव)
Jain Education International
भजगोविन्दम् मूढमते (आदिशंकराचार्य) एक ओंकार सतनाम ( नानक) जगत तरैया भोर की (दयाबाई) बिन घन परत फुहार (सहजोबाई ) नहीं सांझ नहीं भोर (चरणदास )
संतो, मगन भया मन मेरा ( रज्जब ) कहै वाजिद पुकार ( वाजिद ) मरौ हे जोगी मरौ (गोरख ) सहज-योग (सरहपा -तिलोपा) बिरहिनी मंदिर दियना बार (यारी )
दरिया कहै सब्द निरबाना (दरियादास बिहारवाले) प्रेम-रंग-रस ओढ़ चदरिया (दूलन) हंसा तो मोती चुगैं (लाल ) गुरु- परताप साध की संगति (भीखा)
मन ही पूजा मन ही धूप ( रैदास)
झरत दसहूं दिस मोती (गुलाल )
जरथुस्त्र : नाचता-गाता मसीहा ( जरथुस्त्र )
प्रश्नोत्तर
नहिं राम बिन ठांव
प्रेम-पंथ ऐसो कठिन
उत्सव आमार जाति, आनंद आमार गोत्र
मृत्योर्मा अमृतं गमय
प्रीतम छवि नैनन बसी
रहिमन धागा प्रेम का
उड़ियो पंख पसार
सुमिरन मेरा हरि करें
पिय को खोजन मैं चली
साहेब मिल साहेब भये
जो बोलैं तो हरिकथा बहुरि न ऐसा दांव
यूं था यूं ठहराया
ज्यूं मछली बिन नीर दीपक बारा नाम का अनहद में बिसराम
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org