Book Title: Vastu Chintamani
Author(s): Devnandi Maharaj, Narendrakumar Badjatya
Publisher: Pragnyashraman Digambar Jain Sanskruti Nyas Nagpur
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वास्तु चिन्तामणि
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9. कम्पाउन्ड वाल का कोना ईशान दिशा में गोल न कटाएं। 10. यदि पूर्वी सड़क उत्तरी सड़क से नीची हो तो निर्माण पूर्वाभिमुखी करें। 11. यदि उत्तरी सड़क पूर्वी सड़क से नीची हो तो निर्माण उत्तराभिमुखी करें। 12. यदि छत का झुकाव पूर्व की ओर होगा तो पुरुष सदस्यों के लिए
लाभदायक होगा। 13. यदि पूर्वी चबूतरा मकान के फर्श से ऊंचा होगा तो पुरुष सदस्य तथा
उत्तरी चबूतरा मकान से ऊंचा होने पर स्त्री सदस्यों को पीडाकारक
होगा। 14. ईशान में शौचालय का निर्माण करने से पारिवारिक अशाति, अपराधीवृत्ति तथा असाध्य रोगों का आगमन होता है।
किराये से देना 1. मकान का ईशान भाग न बेचें न किराये से दें।
रिक्त भूमि ईशान का रिक्त स्थान या वरांडा होने पर निवासी वैभवशाली जीवन व्यतीत करेंगे, बशर्ते ईशान कोण का भाग भूखण्ड के अन्य भागों से नीचा हो। (चित्र ई-3)
सड़क
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चित्र ई - 3 2. ईशान कोण सही तरीके से बना हो तथा पूर्व में पश्चिम की अपेक्षा
अधिक रिक्त स्थान हो तथा उत्तर में दक्षिण की अपेक्षा अधिक रिक्त स्थान हो तो निवासी पीढ़ियों तक आलीशान वैभव भोगते हैं।