Book Title: Vastu Chintamani
Author(s): Devnandi Maharaj, Narendrakumar Badjatya
Publisher: Pragnyashraman Digambar Jain Sanskruti Nyas Nagpur
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वास्तु चिन्तामणि
भारी सामान कक्ष
Lumber Room घर में एक कमरा ऐसा बनाना आवश्यक होता है, जिसमें भारी सामान रखा जा सके। घरों में ऐसा काफी सामान होता है जो आवश्यक भी नहीं है किन्तु त्याज्य भी नहीं है। ऐसे सामान की कभी-कभार आवश्यकता होती है। ऐसा भारी, निरर्थक अथवा अतिरिक्त सामान नैऋत्य दिशा में रखा जाना चाहिए। अस्त्र-शस्त्र आदि आयुध भी इसी दिशा में रखना चाहिए। भारी सामान नैऋत्य के अतिरिक्त किसी अन्य दिशा में रखने से गृहस्वामी पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। घर में कभी-कभी उपयोग आने वाले औजार तथा गृहनिर्माण सामग्री (जैसे फावड़ा, गेंती, कुदाल आदि) का नियत स्थान है नैऋत्य दिशा। स्वभावत: जितना अधिक वजनदार सामान नैऋत्य में रखा जायेगा उतना ही शुभ है। लोहे का भारी सामान भी नैऋत्य में ही रखना चाहिए। निरुपयोगी विविध सामान भी नैऋत्य में ही रखना चाहिए। ऐसे करने से मानसिक स्थिरता प्राप्त होती है।
विभिन्न दिशाओं में निरर्थक वजनदार सामान आदि रखने का परिणाम क्र. | दिशा | परिणाम
भ्रम एवं परेशानियां आग्नेय 1 बाधाएं, परेशानियां दक्षिण
मध्यम नैऋत्य | परेशानियों का निवारण पश्चिम
वायव्य
मध्यम
उत्तर । अत्यधिक परेशानियां - ईशान | प्रगति बाधा