Book Title: Vastu Chintamani
Author(s): Devnandi Maharaj, Narendrakumar Badjatya
Publisher: Pragnyashraman Digambar Jain Sanskruti Nyas Nagpur
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यास्तु चिन्तामणि
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पाले गये पश रखने का स्थान
Place for Domestic Animals सामान्यतः ग्रामीण अंचल में परिवारों में पशु रखने की परम्परा है। ये पशु वाहन, कृषि तथा दुग्ध आपूर्ति के लिए रखे जाते हैं। सदैव दुधारु किस्म के पशु ही रखना चाहिए। हिंसक प्रवृत्ति के पशुओं को नहीं पालना चाहिए। गौ, बैल, अश्व आदि पालतू पशुओं को वायव्य दिशा में रखना वास्तु शास्त्र की सम्मति के अनुरूप है। वास्तुसार में विवेचन है कि
गो वसह सगडठाणं दाहिणए वामए तुरंगाणं। गिहबाहिर भूमीए संलग्गा सालए ठाणं।।
- वास्तुसार प्र. ] गा. 157 गौ, बैल और गाड़ी रखने का स्थान दाहिनी ओर तथा अश्व का स्थान बायीं ओर भूमि में बनवाई गई शाला में रखना चाहिए।
धन संपत्ति कक्ष
Room for Keeping Wealth गृहस्थों को अपने जीवन यापन एवं सुरक्षा के लिए धन तथा बहुमूल्य धातुओं के आभूषणों की आवश्यकता होती है। उत्तर दिशा का अधिपति कुबेर माना गया है। अतएव धन, संपत्ति रखने के लिए सर्वोत्तम दिशा उत्तर दिशा ही है। अपने महत्त्वपूर्ण बहुमूल्य कागजात भी यहीं रखना चाहिए। कुबेर की दिशा में धन रखने से घर में धनागम का स्रोत बना रहता है, धन स्थिर होता है तथा व्यापार में सहायता मिलती है।
धनकक्ष