Book Title: Vastu Chintamani
Author(s): Devnandi Maharaj, Narendrakumar Badjatya
Publisher: Pragnyashraman Digambar Jain Sanskruti Nyas Nagpur
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वास्तु चिन्तामणि
به ام اما
नैऋत्य
विभिन्न दिशाओं में कुंआ खोदने का फल
क्रं. दिशा परिणाम । पूर्व धन वृद्धि, ऐश्वर्य वृद्धि
आग्नेय पुत्र मरण दक्षिण स्त्री मरण
गृहस्वामी मरण पश्चिम धन लाभ | 6 | वायव्य शत्रुओं से अकारण पीड़ा उत्तर
सुरव समाधान की प्राप्ति 8 ] ईशान | गृहपति को तुष्टि पुष्टि |
मध्यभाग सम्पूर्ण धन नाश दिशाओं की अपेक्षा जलकूप विचार यदि भखण्ड के पर्व में सड़क हो
कुआ तो पूर्व में ही जलकूप, कुंआ या बोर वेल आदि खुदवाना शुभ होता है। (चित्र क-1) ___ यदि सड़क भूखण्ड के पूर्व एवं
चित्र क-1 उत्तर दोनों तरफ हो तो ईशान दिशा में
कुंआ कुंआ होना लाभदायक है। यह सर्व सुख एवं संतति सुख को प्रदान करता है। ईशान के अतिरिक्त कहीं भी कुंआ . न खुदाएं। यह हानिकारक सिद्ध होगा।
चित्र क-2 (चित्र क-2) ___ यदि भूखण्ड के दक्षिण एवं पश्चिम में सहक हो तथा पश्चिमी नैऋत्य में मार्गारम्भ तथा कुंआ हो तो यह अत्यंत भयावह फल देता है। पुरुषों को दीर्घ ®
कुंआ रोग, आत्महत्या, अकालमृत्यु की ।
चित्र क-3
सड़क
सड़क
सडक
सड़क