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अर्चनार्चन
तृतीय खण्ड प्रवचन-पीयूष
प्रात्म-निवेदन अर्चनार्चन
साध्वी उमरावकवर 'अर्चना' डॉ. श्यामकुमार निगम
अर्चना-प्रवचन : स.---कमला जैन 'जीजी' भाव-शुद्धि-विहीन शुभ-कर्म खोखले सत्साहित्य का अनुशीलन संत और पंथ तुफानों से टक्कर लेने वाला प्रास्था का दीपक सम्पूर्ण संस्कृतियों की सिरमौर भारतीय संस्कृति दीर्घजीवन या दिव्यजीवन दहेजरूपी विषधर को निविष बनायो विचार एवं प्राचार
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आसनस्थ तम आत्मस्थ मम तब हो सके आश्वस्त जम
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