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पर्युषण-प्रवचन
और चन्दना एवं मृगावती बनने का ध्येय अपने सामने रखो । आपका हर कदम साधना के पावन-पथ पर ही पड़ना चाहिए । आपके जीवन की बुलन्दी हिमाचल से भी ऊँची हो, और आपके जीवन की गहराई सागर से भी गहरी हो । बस, 'पर्युषण-पर्व' आपको यही शिक्षा और यही दीक्षा देने के लिए आपके जीवन द्वार पर आया है ।
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