________________
• क्रम सं•
नाम
६. जीवो का बद्ध स्पष्ट और अबद्ध स्पष्ट रूप मे विवेचन
1
१०. पुद्गलो का भी बद्ध स्पृष्ट और अवद्ध स्पृष्ट रूप मे विवेचन
११. जीवो और पुद्गलो मे बद्ध स्पृष्टता और अबद्ध स्पष्टता के आधार पर विशेषता
१२- आध्यात्मिक दृष्टि से बन्ध और उसके अभाव का विवेचन
१३- बद्ध स्पृष्टता और अवद्ध स्पृष्टता का उपसहार
२३- द्रव्यो की अर्थपर्यायें और व्यजनपर्यायें
१- अर्थपर्यायो का विवेचन
२- व्यजन पर्यायो का विवेचन
२४ - जीवो का पूद्गल के साथ बद्धतारूप सयोग वास्तविक है
पृ० स०
१२६
१३०
१३०
१३४
१३८
१४०
१४०
१४२
१४५