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( २०७) निवासी श्रीश्रीमालजातीय व्यव० भोला पुत्र सं० लूणसिंह मा० लूणादेवीने निज श्रेयार्थ जीवितस्वामि श्रीश्रेयांसनाथ का पंचतीर्थी बिम्ब करवाया, जिसकी प्रतिष्ठा पिष्पलगच्छीय त्रिभवीयागच्छनायक भट्टा० श्रीधर्मशेखरसूरिने की।
(४४) सं० १५१७ माघशु० १० बुधवार के दिन ब्रमाणगच्छानुयायी श्रीश्रीमालज्ञातीय व्यव० शार्दूलमल पुत्र भारमलने अपनी भार्या कर्पूरदेवी, पुत्र डाहा, वेला, और माता पिता के कल्याणार्थ श्रीअजितनाथ का बिम्ब करवाया, जिसकी प्रतिष्ठा महंडका ग्राम में श्रीपज्जूनसरि (प्रद्युम्नसरि) ने की।
(४५) सं०१५०८ वैशाखक०४ सोमवार के दिन श्रीश्रीमालज्ञातीय श्रे० नयनराजने मा० टही कुबाई, पुत्र लक्षमण, हेमराज, दूदराज आदि परिवार सहित पितृव्य कुतुहण मा० हासूबाई के श्रेयार्थ श्रीशीतलनाथ का बिम्ब करवाया, जिसकी प्रतिष्ठा सिद्धान्तगच्छीय श्रीसोमचन्द्रमरिने की।
सं० १५०६ वैशाखशु०८ रविवार के दिन श्रीश्रीमाल. ज्ञातीय व्य० वरसिंह भा. तिलूश्रीने निजश्रेयार्थ जीवित
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