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(२०४) सं० १५७२ कार्तिकशु०२ सोमवार के दिन श्रीआदिनाथजी का बिम्ब प्रतिष्ठित करवाया। भोजकों की सेरी के आदिनाथचैत्य में धातुमूर्तियां
(२०५) सं०१४८० फाल्गुनशु० १० बुधवार के दिन कोरंटगच्छीय श्रीननाचार्यसन्तानीय उपकेशज्ञातीय श्रे० हेमराज मा० भरमीषाई पुत्र मनराज भा० तारू पुत्र आल्दा भा० आशूदेवी के पुत्र हेमराज, सांगण भा० भामिनीने श्रीआदिनाथचतुर्विंशतिजिनपट्ट श्रीककमरि द्वारा प्रतिष्ठित करवाया।
(२०६) सं० १४७९ चैत्रक० २ गुरुवार के दिन श्रीश्रीमालज्ञातीय मंत्री वीरदेव भा० लखमादेवो के पुत्र वत्सराज भा० रामादेवी के श्रेयार्थ वीरदेव के पुत्र देवराज, धनराज ने श्री आदिनाथचतुर्विंशतिपट्ट करवाया, जिसकी प्रतिष्ठा थारापद्रगच्छीय श्री शान्तिमरिने की।
(२०७) . सं० १५८२ वैशाखशु० ३ के दिन पत्तननगर निवासी श्रीश्रीमालझातीय श्रे० नरवद भा० जीविनी पुत्र विजयराज, हरराज, विजयराज भा० वयजलदेवी के पुत्र धरण
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