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देवकुलिका नं० २१
सं १४८३ भाद्रपदक्र० ७ गुरुवार के दिन कृष्णर्षिगच्छ के तपापक्षीय श्रीपुण्यप्रभसूरि के पट्टधर गच्छनायक श्री विजय सिंहरि के उपदेश से कलवग्रनिवासी ओसवालज्ञातीय गोष्ठी ( गांधी ) गोत्र के ढाकल पुत्र शा० लोहिग का पुत्र शा० आंबा भार्या पोमादेवी के पुत्र शा० अजयसिंह के भ्राता सं० आशूने जीरापल्लीतीर्थचेत्य में चतुष्किका शिखर करवाया ।
( २९२ अ )
देवकुलिका नं० २२
सं० १४२४ वैशाखकृ० ३ गुरुवार के दिन बृहद्गच्छाघिपति श्री दिन्नविजयसूरि द्वारा कलत्रग्र वास्तव्य ओसवालज्ञातीय धर्वकर्मणने मार्या कर्मादेवी, खीमादेवी के साथ खीमादेवी के कल्याण के लिये श्रीपार्श्वनाथ देवकुलिका करवाई। ( ब )
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सं० १४८३ भाद्रपदक० ७ गुरुवार के दिन मल्लधारीगच्छ के श्रीमतिसागरसूरि के पट्टधर श्रीविद्यासागरसूरि के उपदेश से कलबर्ग्रा निवासी ओसवालज्ञातीय गांधीगोत्र के शा० दलह का पुत्र शा० पोमा का पुत्र सं० शंसुआ भा०
"Aho Shrut Gyanam"