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(२६४) सिंहराज, चतुर्थराज तथा पुत्र जेठमल के सहित माता पिता के श्रेयार्थ अंचलगच्छीय श्रीजयकेशरमरि के उपदेश से श्रीवासुपूज्यस्वामी का बिम्ब करवाया, जिसकी प्रतिष्ठा श्रीसंघने करवाई।
(२४०) सं० १५२५ ज्येष्ठशु० ५ सोमवार के दिन वयरवाड़ा ग्राम निवासी श्रीश्रीमालजातीय व्य० सलक्षण भा० प्रेमी के पुत्र व्य० सिंहराजने स्व भा० लीलादेवी (लाड़कुमारी) पुत्र महिराज भोजराज आदि कुटुम्बी जनों के सहित परम कल्याण के लिये श्रीकुन्थुनाथजी का बिम्ब करवाया, जिसकी प्रतिष्ठा ब्रह्माणगच्छीय श्रीवीरसरिने की।
(२४१) सं० १५८१ माघकृ० १० शुक्रवार के दिन श्रीश्रीमालज्ञातीय बृद्धशाखा में सीनारग्राम निवासी श्रे० लालचन्द्र मा० लीलादेवी पुत्र वत्सराज मा० वीझलदेवीने पुत्र धनराज, हंसराज कुटुम्बीजनों के सहित श्रीशान्तिनाथजी का विम्ब निगमप्रभावक श्रीआनन्दसूरि द्वारा प्रतिष्ठित करवाया।
(२४२) सं० १५२३ वैशाखशु० १३ के दिन सुजिगपुर निवासी प्राग्वाटज्ञातीय व्य० मेहराज मा० लांपूबाई के पुत्र महिम
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