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(११४) सं० १६१७ पौषक० १ गुरुवार के दिन राजाधिराज भीअश्वसेन, राणी श्रीवामादेवी के पुत्र श्रीश्री ५ श्रीपार्थनाथजी का बिम्ब करवाया, जिसकी प्रतिष्ठा थिरापद्र निवासी लघुशाखा में श्रीमालज्ञातीय श्रे० वीजा पूना मूलाने अपने कर्मों के क्षयार्थ करवाई।
(११५) सं० १६१७ पौषकृ० १ गुरुवार के दिन राजा श्रीकुम्भराणा रानिश्रीप्रमावतीदेवी के पुत्र श्रीश्रीमल्लिनाथजी का बिम्ब करवाया, जिसकी प्रतिष्ठा थिरापद्रनगरनिवासी श्रीश्रीमालक्षातीय महं० घडसिंह, रंगराज, उदयवंत, धनपाल संघवीने अपने कर्मों के क्षयार्थ करवाई।
(११६ ) सं० १५७८ माघक० शुक्रवार के महाराजाधिराज श्रीवरथ महाराहि श्रीनन्दादेवी के पुत्र श्रीश्रीश्रीश्री श्रीशीतलनाथजी का बिम्ब करवाया।
(११७) सं० १६१३ बैशाख शु.१० गुरुवार के दिन राजाघिराज महाराज श्रीनाभिनरेश्वर राज्ञिश्रीमरुदेवी के पुत्र
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