________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
प्रवचन-३९
१८२ विशेषतः जो लोग बड़े श्रीमन्त हैं और अजैन मांसाहारी मित्रों के साथ क्लबों में, रेस्टोरेन्टों में हॉटलों में जाते हैं, वे लोग मांसाहारी और शराबी बन गये हैं। जो लोग विदेशों में जाते आते हैं और जिनमें धर्मनिष्ठा नहीं रही है वे लोग मांसाहारी और शराबी बन गये हैं | जो युवक-युवतियाँ कोलेज में पढ़ते हैं, कालेज-हॉस्टेल में रहते हैं, उनमें से ज्यादातर युवक-युवतियाँ 'अल्ट्रामोर्डन' कहलाने के लिए अति-आधुनिक बनने के व्यामोह में मांसाहार करने लगे हैं और शराब पीने लगे हैं। कुछ लोग शारीरिक ताकत पाने के भ्रम में
और मानसिक शान्ति पाने के भ्रम में मांसाहार और मद्यपान करने लगे हैं! दूषणों को उत्तेजित करनेवाली राजनीति :
आजकल भारत में राजनीति भी वैसी ही बनी हुई है कि जो इन दूषणों को उत्तेजन देती है। प्रजा को मांसाहार करने हेतु लालायित कर रही है, मद्यपान करने की सुविधायें दे रही है।
सभा में से : देश के नेतागण ऐसा क्यों कर रहे हैं?
महाराजश्री : प्रजातंत्र है न? प्रजातंत्र में, प्रजा के मत चाहिए नेता बनने के लिए! प्रजा के मत प्राप्त करने के लिए प्रजा को खुश करनी पड़ती है। मुसलमानों के वोट-मत लेने के लिए उनको मांसाहार देने का वचन दिया जाता है! शराब पीने वालों को शराबबंधी नहीं करने का वचन दिया जाता है! शराब की बोतलें, चुनाव के समय लाखों की संख्या में बाँटी जाती हैं! __ शराबबंदी की बातें करनेवाले उम्मीदवारों को शराब पीनेवाले वोट नहीं देते! मांसाहार निषेध करने वालों को मांसाहारी लोग वोट नहीं देते! ऐसे तो सत्तानिःस्पृही लोग हैं नहीं देश में कि जो सत्ता की परवाह किये बिना, अनिष्टों का, दूषणों का, व्यसनों का डटकर मुकाबला करें। कोई विरल मनुष्य निकलता है और बुराइयों का विरोध करता है तो चुनाव में हार जाता है! चूंकि उसके प्रतिस्पर्धी उम्मीदवार बुराइयों को उत्तेजना देकर प्रजामत ज्यादा प्राप्त कर लेता है! इसलिए मेरा तो यह अनुमान है कि जब तक प्रजातंत्र रहेगा, चुनावपद्धति रहेगी तब तक राष्ट्रीय स्तर पर मांसाहार और मद्यपान पर प्रतिबंध आनेवाला नहीं है। आजादी क्या मिली....संस्कृति मरने लगी :
आजादी प्राप्त होने के बाद देश में बूचड़खाने कितने बढ़ गये? अंग्रेज लोग भारतीय प्रजा से थोड़े डरते थे, भारत के लोगों की धर्मभावना को नजरअंदाज
For Private And Personal Use Only