Book Title: Agam 14 Upang 03 Jivabhigam Sutra Part 01 Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Rajendramuni, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti
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[जीवाजीवाभिगमसत्र
अन्तीपजा स्त्रियां कितने प्रकार की हैं ? अन्तीपजा स्त्रियां अट्ठावीस प्रकार ही हैं, यथाएकोरुकद्वीपजा, आभाषिकद्वीपजा यावत् शुद्धदंतद्वीपजा। यह अन्तर्वीपजा स्त्रियों का वर्णन हुआ। अकर्मभूमिजा स्त्रियां कितने प्रकार की हैं ? अकर्मभूमिजा स्त्रियां तीस प्रकार की हैं। यथा
पांच हैमवत में उत्पन्न, पांच एरण्यवत में उत्पन्न, पांच हरिवर्ष में उत्पन्न, पांच रम्यकवर्ष में उत्पन्न, पांच देवकुरु में उत्पन्न, पांच उत्तरकुरु में उत्पन्न। यह अकर्मभूमिजा स्त्रियों का वर्णन हुआ।
कर्मभूमिजा स्त्रियां कितने प्रकार की हैं ? कर्मभूमिजा स्त्रियां पन्द्रह प्रकार की हैं। यथा
पांच भरत में उत्पन्न, पांच ऐरवत में उत्पन्न और पांच महाविदेहों में उत्पन्न। यह कर्मभूमिजा स्त्रियों . का वर्णन हुआ। यह मनुष्य स्त्रियों का वर्णन हुआ।
[३] से किं तं देवित्थियाओ? देवित्थियाओ चउविहाओ पण्णत्ताओ, तं जहा
१.भवणवासिदेवित्थियाओ, २. वाणमंतरदेवित्थियाओ, ३. जोइसियदेवित्थियाओ, ४. वेमाणियदेवित्थियाओ।
से किं तं भवणवासिदेवित्थियाओ? भवणवासिदेवित्थियाओ दसविहा पण्णत्ता, तं जहा
असुरकुमारभवणवासिदेवित्थियाओ जाव थणियकुमारभवणवासिदेवित्थियाओ।सेतं भवणवासिदेवित्थियाओ।
वाणमंतरदेवित्थिया अट्टविहाओ पण्णत्ताओ, तं जहा–पिसायवाणमंतरदेवित्थियाओ जाव गंधव्ववाणमंतरदेवित्थिीयाओ, सेत्तं वाणमंतरदेवित्थियाओ।
से किं तं जोइसियदेवित्थियाओ? जोइसियदेवित्थियाओ पंचविहाओ पण्णत्ताओ, तं जहा
चंदविमाणजोइसियदेवित्थियाओ, सूर गह नक्खत्त ताराविमाणजोइसियदेवित्थियाओ। सेत्तं जोइसियाओ।
से किं तं वेमाणियदेवित्थियाओ? वेमाणियदेवित्थियाओ दुविहाओ पण्णत्ताओ, तं जहा
सोहम्मकप्पवेमाणियदेवित्थियाओ, ईसाणकप्पवेमाणियदेवित्थियाओ। से तं वेमाणियदेवित्थियाओ।