Book Title: Agam 14 Upang 03 Jivabhigam Sutra Part 01 Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Rajendramuni, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti
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१८६]
[जीवाजीवाभिगमसूत्र
चरिंदिय णपुंसका विसेसाहिया, तेइंदिय णपुंसका विसेसाहिया, बेइंदिय णपुंसका विसेसाहिया, तेउक्काइय एगिंदिय तिरिक्खजोणिय णपुंसका असंखेज्जगुणा, पुढविकाइय० णपुंसका विसेसाहिया, आउक्काइय० णपुंसका विसेसाहिया, वाउक्काइय० णपुंसका विसेसाहिया, वणप्फइकाइय एगिदिय तिरिक्खजोणिय णपुंसका अणंतगुणा।
[६२] (१) भगवन् ! इन स्त्रियों में पुरुषों में और नपुंसकों में कौन किससे कम, अधिक, तुल्य या विशेषाधिक हैं ?
गौतम ! सबसे थोड़े पुरुष, स्त्रियां संख्यातगुणी और नपुंसक अनन्तगुण हैं।
(२) भगवन् ! इन तिर्यक्योनिक स्त्रियों में, तिर्यक्योनिक पुरुषों में और तिर्यक्योनिक नपुंसकों में कौन किससे कम, बहुत, तुल्य या विशेषाधिक हैं ?
गौतम ! सबसे थोड़े तिर्यक्योनिक पुरुष, तिर्यक्योनिक स्त्रियां उनसे असंख्यातगुणी और उनसे तिर्यक्योनिक नपुंसक अनन्तगुण हैं ।
(३) भगवन् ! इन मनुष्यस्त्रियों में, मनुष्यपुरुषों में और मनुष्यनपुंसकों में कौन किससे अल्प, बहुत, तुल्य या विशेषाधिक हैं ?
गौतम ! सबसे थोड़े मनुष्यपुरुष, उनसे मनुष्यस्त्रियां संख्यातगुणी, उनसे मनुष्यनपुंसक असंख्यातगुण हैं।
(४) भगवन् ! इन देवस्त्रियों में, देवपुरुषों में और नैरयिकनपुंसकों में कौन किससे कम, बहुत, तुल्य या विशेषाधिक हैं ?
गौतम ! सबसे थोड़े नैरयिकनपुंसक, उनसे देवपुरुष असंख्यातगुण, उनसे देवस्त्रियां असंख्यातगुणा है।
(५) हे भगवन् ! इन तिर्यक्योनिक स्त्रियों, तिर्यक्योनिकपुरुषों, तिर्यक्योनिक्नपुंसकों में, मनुष्यस्त्रियों, मनुष्यपुरुषों और नपुंसकों में, देवस्त्रियों, देवपुरुषों और नैरयिकनपुंसकों में कौन किससे अल्प, बहुत, तुल्य या विशेषाधिक हैं ?
गौतम ! सबसे थोड़े मनुष्यपुरुष, उनसे मनुष्यस्त्रियां संख्यातगुणी, उनसे मनुष्यनपुंसक असंख्यातगुण, उनसे नैरयिकनपुंसक असंख्यातगुण, उनसे तिर्यक्योनिकपुरुष असंख्यातगुण,