Book Title: Agam 14 Upang 03 Jivabhigam Sutra Part 01 Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Rajendramuni, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti
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[जीवाजीवाभिगमसूत्र
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२१॥
शर्कराप्रभा के ११ प्रस्तट हैं। इसके पहले प्रस्तट में वही अवगाहना है जो रत्नप्रभा के १३वें प्रस्तट में है अर्थात् ७ धनुष ३ हाथ और ६ अंगुल। इसके बाद प्रत्येक प्रस्तट में ३ हाथ ३ अंगुल की वृद्धि कहनी चाहिए तो उसका प्रमाण इस प्रकार होगा
शर्कराप्रभा के प्रस्तटों में अवगाहना धनुष
हाथ