________________ विभूसावत्तिय 1206 - अमिधानराजेन्द्रः - भाग 6 विभूसावत्तिय वा अण्णयरेण वा तिक्खेण वा सत्यजाएण अच्छिदेज वा विच्छिदेश वा पूर्व वा सोणियं वाणीहरेश वा विसोहिएखवा अण्णयरेण वा धुवेज वापधुवेज वा धुवंतं वापधुवंतं वा साइजह // 124|| जे भिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो पालुकिमियं वा कुच्छिकिमियं वा अप्पणो अंगुलियाए निवेसिय हरेज वा णीहरेज वा हरंतं वा णीहरंतं वा साइज्जइ // 125 / / जे भिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो दीहाओणहसिहाओ कप्पेजवा संठवेज वा कप्पंतं वा संठवंतं वा साइज // 126|| जे भिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो दीहाईवच्छरोमाइंकप्पेञ्ज वा संठवेज वा कप्पंतं वा संठवंतं वा साइजइ / / 127 / / जे मिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो दीहाइंजंघरोमाइंकप्पेज्ज वा संठवेज वा कप्पंतं वा संठवंतं वा साइजइ / / 128|| जे भिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो दीहाइंसीसकेसाई कप्पेछवासंठवेज वा कप्पंतं वा संठवंतं वा साइजइ / / 126 // जे भिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो दीहाई कण्णरोमाइंकप्पेज वा संठवेज वा कप्पंतं वा संठवंतं वा साइजइ / / 130 // जे भिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो दीहाई भुमयरोमाई कप्पेज वा संठवेज वा कप्पंतं वा संठवंतं वा साइजइ / / 131 / / जे भिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो दीहाइं अच्छिपत्ताइंकप्पेज वा संठवेज वा कप्पंतं वा संठवंतं वा साइजइ / / 132 / / जे भिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो दीहाइंचक्खूरोमाइंकप्पेज वा संठवेज वा कप्पंतं वा संठवंतं वा साइज्जइ // 133 / / जे भिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो दीहाइं नझरोमाइंकप्पेज वा संठवेज वा कप्पंतं वा संठवंतं वा साइडइ / / 134|| जे भिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो दीहाइं मंसुरोमाई कप्पेज वा संठवेज वा कप्पंतं वा संठवंतं वा साइज्जइ / / 135 // जे भिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो दीहाई कक्खरोमाई कप्पेजवा संठवेज वा कप्पंतं वा संठवंतं वा साइजइ // 136 // जे भिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो दीहाइं पासरोमाइं कप्पेज वा संठवेज वा कप्पंतं वा संठवंतं वा साइज // 137|| जे भिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो दीहाइं उत्तरउहाई कप्पेड वासंठवेज वा कप्पंतं वा संठवंतं वा साइजइ // 138|| जे भिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो दंते आघसेच वापघसेज वा आधसंतं वा पघसंतं वा साइजइ / / 136 / / जे मिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो दते सीओदगवियडेण वा उसिणोदगवियडेण वा उच्छोलेज वा पधोवेज वा उच्छोलतं वा पधोवंतं वा साइजइ // 140 // जे भिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो दंते फूमेज वा रएज वा मंखेज वा फूमंतं वा रयंतं मंखंतं वा साइजइ॥१४१।। जे भिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो उट्टे आमज्जेज वा पमज्जेज वा आमजंतं वा पमजंतं वा साइज्जइ / / 142 / / जे भिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो उठे संवाहेज वा पलिमद्देज वा संवाहतं वा पलिमइंतं वा साइजइ ।।१४३जे भिक्ख अप्पणो उट्ठे तेल्लेण वाघएण वा वण्णेण वा वसाएण वाणवणीएण वामंखेज वा भिलिङ्गेज्ज मंखंतं वा मिलिङ्गं तं वा साइज ||14|| जे भिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो उट्टे लोहेण वा कक्केण वा ण्हाणेण वा पउमचुण्णेण वा वण्णेण वा उल्लोलेज वा उव्वट्टेज वा उल्लोलंतं वा उव्वस॒तं वा साइजइ // 145|| जे भिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो उद्धे सीओदगवियडेण वा उसिणोदगवियडेण वा उच्छोलेज वा पोवेज वा उच्छोलंतं वा पधोवंतं वा साइजइ / / 146|| जे भिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो उद्धे फूमेज वा रएन वा मंखेज वा फूमंतं वा रयंतं वा मंखंतं वा साइजइ॥१४७|| जे भिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो अच्छीणि आमज्जेज वा पमजेज वा आमजतं वा पमञ्जतं वा साइज्जइ ॥१४॥जे भिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो अच्छीणि संवाहेज वापलिपद्देशवासंवाहतं वा पलिमदंतं वा साइजइ॥१४ाजे भिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो अच्छीणि तेल्लेण वा घएण वा वण्णेण वा वसाएण वा णवणीएण वा मंखेज वा मिलिङ्गेज वा मंखंतं वा मिलिंगतं वा साइज्जइ।।१५०।। जे मिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो अच्छीणि लोहेण वा कक्केण वा पहाणेण वा पउमचुण्णेण वा बसाएण वा उल्लोलेज वा उबट्टेज वा उल्लोलंतं वा उव्वट्टतं वा साइजइ॥१५१॥ जे मिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो अच्छीणि सीओदगवियडेण वा उसिणोदगवियडेण वा उच्छोलेज वा पधोवेज वा उच्छोलंतं वा पधोवंतंवा साइजइ॥१५२॥ जे मिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो अच्छीणि फूमेज वा रएज वा मंखेज वा फूमंतं वारयंतं वा मखंतं वा साइजइ ||15|| जे भिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो अच्छिमलं वा कण्णमलं वा दंतमलं वाणहमलं वाणीहरेइणीहरंतं वा साइजइ ||१५||जे भिक्खू विभूसावडियाए अप्पणो कायाओसेयं वाजल्लं वा पंकं,वा मलं वाणीहरेज वा विसोहेज वाणीहरंतं वा विसोहंतं वा साइडइ॥१५५।। जे मिक्खू विभूसावडियाए गामाणुग्गामं दुइजमाणे अप्पणो सीसदुवारियं करेइ करतं वा साइज्जइ॥१५६||