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रंगून से आस्ट्रेलिया
लेखक, श्रीयुत भगवानदीन दुबे
श्रीयुत दुबे जी उन थोड़े-से भारतीयों में हैं जिन्होंने संसार का खूब भ्रमण किया है। अपने इस लेख में दुबे जी ने अपनी रंगून से आस्ट्रेलिया की हवाई यात्रा का सुन्दर वर्णन किया है, जो पाठकों के लिए रोचक होगा ।
गून तथा भारतवर्ष से आस्ट्रेलिया जाने के लिए तीन रास्ते हैं । पहला कोलम्बो होकर, दूसरा सिंगापुर से जावा - बाली द्वीप होते हुए और तीसरा वायुयान से। पहले और दूसरे समुद्री मार्ग हैं और जहाज़ - कम्पनियाँ बम्बई और कोलम्बो से निहायत सस्ते किराये पर वापसी टिकट बेचती हैं। कोलम्बो से ब्रिसबेन तक का एक तरफ़ का पहले दर्जे का किराया ७००) है, पर २ महीने का वापसी टिकट ७२ ७२५) | में मिलता है । बहुत-से सरकारी अफसर दो महीने की छुट्टी लेकर इस वापसी टिकट का लाभ उठाते हैं । यात्री दर्जे का वापसी किराया ४०० ) है । आने-जाने में दो महीने लगते हैं ।
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जगाया जाऊँगा | ४ ||| बजे छोटा नाश्ता मिलेगा । ५ बजे मोटर ग्रावेगा, जो मुझे एयरोड्रोम ले जायगा | ५ ||| बजे वायुयान रवाना होगा। पाठक जानते होंगे कि 'इंपीरियल एयरवेज़' के वायुयान लन्दन से कराची तक आते हैं । कराची से सिंगापुर तक इंडियन एंड ट्रान्सकान्टीनेंटल एयरवेज़ के वायुयान चलते हैं। सिंगापुर से ब्रिसबेन तक 'कन्टास एम्पायर एयरवेज़' का दौरा रहता है। ये तीनों कम्पनियाँ अलग अलग हैं, पर 'इंपीरियल एयरवेज़' का सबमें हाथ है । इंपीरियल व इंडियन एयरवेज़ में मुसा - फ़िरों को ३३ पौंड तक सामान मुफ़्त में ले जाने का मिलता ही है, पर यदि मुसाफ़िर का वज़न १७८ पौंड से कम है तो इतना सामान वह और मुफ्त ले जा सकता है जितना उसका वज़न १७८ पौंड से कम हो । कन्टास में सिर्फ़ ३३ पौंड सामान मुफ़्त ले जाने की इजाज़त है, मुसाफ़िर का वज़न कितना भी हो ।
हवाई जहाज़ का रंगून से ब्रिसबेन का १२००) एक तरफ़ का किराया है। वापसी टिकट २१४० ) में मिलता है । मुझे इतना सावकाश नहीं था कि मैं समुद्री यात्रा कर सकता, इसलिए मैंने वायुयान द्वारा ही श्राना-जाना तय किया । वायुयान रंगून से ब्रिसबेन ५ रोज़ में पहुँचा जाता है। रंगून से सिंगापुर तक का विवरण बहुत दफ़ा निकल चुका है । मैं सिंगापुर से आस्ट्रेलिया तक के अपने हवाई यात्रा के अनुभव इस लेख में लिखता हूँ ।
सिंगापुर में वायुयान के यात्री वहाँ के विख्यात रैफ़िल्स होटल में ठहराये जाते हैं। रात का भोजन करके जब मैं कमरे में आया तब कन्टास एम्पायर एयरवेज़ का जिसके वायुयान आस्ट्रेलिया जाते हैं, नोटिस मेज़ पर रक्खा पाया । उसमें लिखा था कि मैं ४ || बजे सुबह
इंडियन एयरवेज़ की अपेक्षा कन्टास के वायुयान छोटे हैं। आठ आदमियों की जगह है, पर डाक इतनी ज़्यादा रहती है कि तीन मुसाफ़िरों से ज़्यादा नहीं लिये जाते । छोटे होने पर भी इन वायुयानों की गति इंडियन एयरवेज़ की तुलना में अधिक है। आस्ट्रेलिया जानेवाले दो मुसाफ़िर और थे । एक मिस्टर बर्टराम जो ब्रिटिश एयर मिनिस्टरी के मुहकमे के थे और जो नई फ्लाइंग बोट के सम्बन्ध में न्यूज़ीलैंड जा रहे थे। दूसरी मिसेज़ स्मिथ थीं, जिन्होंने लन्दन २२ अगस्त को छोड़ा था, पर
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