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जो बसनी के आस पास नालाव देखा तो कहा कि बाल अवस्था में तुमने एक बार जल में भी गोता खाया था परन्तु उस समय एक पूर्व जन्म का मित्र वहाँ खडा था उसने तुमको बचा लिया था जो का स्त कार देखा तो कहा कि एक बार पशूने नुमप र चोट चलाई थी उसके एक सींग पर क्रूर ग्रह चढ़ गया था पर तुम को एक शुभ ग्रहभी उसदि ना मिलाथा उसने दूसरे सींग पर उस पशुके वैठ कर तुम्हारी रक्षा करली थी किसी अमीरके घर घोड़ा देखा तो कहा कि एक समय तुरंगने भी धोका दिया था पढ़ा लिखा फटे कपड़े पह नि देखा तो कहा कि तेरी नौकरी की इच्छा है कई बार कारज जच्चा भी परन्तु एक मनुष्यने भौजी मार कर काम डिगा दिया किसी कोख चने खाते देखा तो कह दिया कि तेरे दौलत इस हाथ आती है और उस हाथ निकल जाती है और बहुत बातें ऐसी होती हैं कि उनको मूर्ख आपदी स्वीकार कर लेते हैं जैसे किसी से कहा कि तेरे मित्र कम हैं और शत्रु अधिक हैं जिस को तूं चाह करताहै वह तेरी जड़ काटनें लगना है तू सुन लेता है सबकी परन्तु करना है अपने मन की तेरा मन चंचल है स्थिर नहीं रहता
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