Book Title: Dravya Gun Paryayno Ras Dravyanuyog Paramarsh Part 02
Author(s): Yashovijay
Publisher: Shreyaskar Andheri Gujarati Jain Sangh

View full book text
Previous | Next

Page 22
________________ • विषयमाहा. વિષય પૃષ્ઠ વિષય પૃષ્ઠ ......... ३८० ا لله الله ال ل س ل س ل ३९८ ل لله भेदकाल्पनिकताऽपाकरणम् .......... ... ३७९ | सत्तर होपर्नु नि२।४२५. ............३९३ महामेहव्यवहार अन्यसापेक्ष ........ ३७९ | अविरोधकल्पनायां निर्दोषता ............ . ३९४ असत्त्वस्यैव मिथ्यात्वप्रयोजकता ........ ३८० विरोष होष असंगत.............................३९४ કાલ્પનિકતાનું નિમિત્ત અસત્ત્વ છે, मामेभा मेत्र व्याप्यवृत्तिता : प्राचीन हैनायार्य .३९४ अन्य अपेक्षा नहि....... विरोधस्य विशिष्य विश्रान्तत्वम् ................ ३९५ विविस्१३५ अमेहांश सत्य : अद्वैतवाही ...... ३८० २५४ी - हम दृष्टान्तनो निर्देश .................३९५ द्रव्य-गुणाद्यभेदश्रुतिद्योतनम् .. .............. ३८१ । २४ भने श्याम [म में भव्यायवृत्तिता ..... ३९५ अमेहांश सत्य : वेहान्ती.......... ........... . ३८१ नृसिंहोदाहरणपरामर्शः ..... भेदांशमिथ्यात्वनिरासः .................................. ३८२ स्नियता भने यात भेत्र व्याप्यवृत्ति ........... ३९६ स्तक्षस्व३५ मेहांश सत्य : बौद्ध.... ३८२ | ભેદભેદનો એકત્ર અવચ્છેદકભેદથી अनुभवसिद्ध महामेह सत्य : स्यावाही ............ ३८२ समावेश : नव्य हैन .................३९६ भेदाभेदान्यतरापलापे उभयापलापापत्तिः ............. ३८३ | नरसिंह दृष्टांतनी विया२९॥ ...................... महाहना वीरनं आध्यात्मि: प्रयोशन .........३८३ | शङखेश्वरपार्श्वनाथस्तोत्रसंवादः ......................... ३९७ भेदनयो मैत्र्यादिभावोपष्टम्भकः ........................ ३८४ | एकप्रदेशत्वमभेदः, अतभावः = भेदः ............... प्रत्यक्षतो भेदाभेदाऽविरोधसाधनम् नरसिंडदृष्टांतने सममे ........................ ३९८ भेद-भेदमा अविरो५ प्रत्यक्षसिद्ध ...............३८५ | हिम२ संमत महामेहनी विय॥२९॥ ............... ३९८ कालभेदेन भेदाभेदाविरोधसिद्धिः एकान्तवादेऽन्योऽन्याश्रयः ................................. अजमेथी महामेहमा अविरोध .................. .. ३८६ विशेष मानवामा अन्योन्याश्रय .................. प्रतीत्या एकत्र एकदा भेदाभेदसिद्धिः ३८७ स्याद्वादे प्रतिनियतस्वरूपभानविचारः .. पर्याय-पर्यायी वय्ये मेहमे : विशेषावश्यमाष्य ..३८७ वैयपि४२७य होषनु नि२।७२९ ......... मासमक्छेहेन मेहत्रमेहामेहनी सिद्धि........३८७ | सं।२-व्यति३२ घोषन नि२।४२५ ............... सर्वथाभेदादौ व्यवहारविरोधः .......................... ३८८ અનવસ્થા દોષ અસંગત. मेति मेहनो मेत समेहनो स्वी॥२ असंगत .. ३८८ कारणत्वादेः पदार्थान्तरता ............ .४०१ सामानाधिकरण्यादितो भेदाभेदाविरोधसिद्धिः ....... ३८९ | वितिहामिहनी भने १२९तानी विया२९॥...४०१ सामान४ि२७य भने वैयपि २७य अंग विया२९॥ ... ३८९ अवच्छेदकभेदेनैकत्रोभयसमावेशः ४०२ प्रत्यक्षप्रसिद्ध अर्थमा विशेष - न ....... ભેદભેદજાતિ અતિરિક્ત, प्रत्यक्षविषये विरोधाऽसम्भवः ........................... ३९० महासमय अनतिरित :*न......४०२ द्रव्यनी.निवृत्ति-अनिवृत्तिनो वि४८५ ............... संशय घोष असंगत ....... ............४०२ अनुभवस्य बलाधिकत्वे श्रीहरिभद्रसूरिसम्मतिः ...... जात्यन्तरात्मकभेदाभेदसमर्थनम् ............ વિકલ્પ કરતાં અનુભવ બળવાન ...........३९१ १४ानि-२६४४८यन युतिशून्य................. भने तपाइभ अन्यशननी संमति............... ३९१ गुरु-शुए8. GELS२९ विमर्श.......... प्रत्यक्षसिद्धे उदाहरणाऽनावश्यकता .................... ३९२ | अनिर्वचनीयप्रतिक्षेपः .................... ५हम अने पार्थमा अनेत ........ त्यंतरात्म महामेह वास्तविs .................४०४ विरोधदोषमीमांसा............ ...........३९३ | मनियनीय प्रतिमासिसत्यनीविया२९॥ .......४०४ لله m mm m m mmm»»» ० ० ० ० ० ० ० ० ० ० ل لله ४०० الله الله ० الله س ......... الله ० له ० ० سه ل ० سه

Loading...

Page Navigation
1 ... 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192 193 194 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221 222 ... 482